"सुखी राजकुमार" कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदRead more
“सुखी राजकुमार” कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि भौतिक सुख-संपत्ति से बढ़कर आत्मिक सुख और परोपकार है। स्वर्ग में उनका स्थान पाना यह दर्शाता है कि ईश्वर की दृष्टि में निस्वार्थ सेवा और करुणा का उच्चतम मूल्य है, और अंततः वही सच्ची पुण्याई है जो अमर होती है।
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता: "प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आRead more
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता:
“प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आँक सकता, बल्कि यह तुम्हारी आवश्यकताओं और कठिनाइयों को कम करने के लिए भेजा गया है। राजकुमार की प्रतिमा और गौरैया ने अपने त्याग और सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हमें दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए।”
सरल वाक्य: सीता ने पुस्तक पढ़ी। संयुक्त वाक्य: राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया। मिश्र वाक्य: जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
सरल वाक्य:
सीता ने पुस्तक पढ़ी।
संयुक्त वाक्य:
राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया।
मिश्र वाक्य:
जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित हैRead more
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित है कि वास्तविकता से दूर रहकर केवल सपनों में खोए रहना जीवन में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बलRead more
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मानसिक सतर्कता और सही समय पर सही कार्रवाई करना अधिक महत्वपूर्ण है।
इस कविता का मूल संदेश यह है कि सच्ची तेजी और क्षमता उसी में है जो सही समय पर सतर्क और जागरूक रहता है। इसमें यह बताया गया है कि केवल शारीरिक रूप से तेज होना पर्याप्त नहीं है; मानसिक सतर्कता और समय की नज़ाकत को समझते हुए सही निर्णय लेना अधिक महत्वपूर्ण है। कविता यह सिखाती है कि जीवन में सफल होने के लिRead more
इस कविता का मूल संदेश यह है कि सच्ची तेजी और क्षमता उसी में है जो सही समय पर सतर्क और जागरूक रहता है। इसमें यह बताया गया है कि केवल शारीरिक रूप से तेज होना पर्याप्त नहीं है; मानसिक सतर्कता और समय की नज़ाकत को समझते हुए सही निर्णय लेना अधिक महत्वपूर्ण है।
कविता यह सिखाती है कि जीवन में सफल होने के लिए हमें समय के महत्व को समझना होगा और उचित समय पर सही कदम उठाना होगा। यह संदेश देता है कि सजगता और तत्परता ही वास्तविक दक्षता और प्रभावशीलता की कुंजी हैं।
संक्षेप में, कविता का मूल संदेश है:
सच्ची तेजी वही है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहकर उचित निर्णय लेता है।
कवि यह नहीं कहता कि आदमी सपने न देखे, बल्कि यह संदेश देता है कि सपनों में खोए रहने के बजाय वास्तविकता का सामना करें, सही समय पर सजग रहें, और तत्परता से कार्य करें। सपने देखना आवश्यक है, लेकिन उनके साथ-साथ वास्तविकता को पहचानना और उस पर उचित प्रतिक्रिया देना भी महत्वपूर्ण है।
कवि यह नहीं कहता कि आदमी सपने न देखे, बल्कि यह संदेश देता है कि सपनों में खोए रहने के बजाय वास्तविकता का सामना करें, सही समय पर सजग रहें, और तत्परता से कार्य करें। सपने देखना आवश्यक है, लेकिन उनके साथ-साथ वास्तविकता को पहचानना और उस पर उचित प्रतिक्रिया देना भी महत्वपूर्ण है।
"इसे जगाओ" कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच और वास्तविकता से बेखबर है, केवल सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तविकता को समझे, समय की नज़ाकत को पहचाने और सही क्षण पर सजग होकर उचित निर्णय ले। यह जागरूकता उसे जीवन में सफल बना सकती है और वाRead more
“इसे जगाओ” कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच और वास्तविकता से बेखबर है, केवल सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तविकता को समझे, समय की नज़ाकत को पहचाने और सही क्षण पर सजग होकर उचित निर्णय ले। यह जागरूकता उसे जीवन में सफल बना सकती है और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकती है। सजगता और तत्परता से ही सच्ची दक्षता प्राप्त होती है।
(क) कवि के 'लोचनों के बीच आँसू' से तात्पर्य है कि व्यक्ति की आँखों में आँसू हैं, जो उसकी भावनात्मक स्थिति, दुख या संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। यह चित्रण बताता है कि व्यक्ति आंतरिक रूप से पीड़ा या संघर्ष का सामना कर रहा है। आँसू दुख, निराशा, या किसी गहरे भावनात्मक अनुभव का प्रतीक हो सकते हैं। कवि इस सRead more
(क) कवि के ‘लोचनों के बीच आँसू’ से तात्पर्य है कि व्यक्ति की आँखों में आँसू हैं, जो उसकी भावनात्मक स्थिति, दुख या संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। यह चित्रण बताता है कि व्यक्ति आंतरिक रूप से पीड़ा या संघर्ष का सामना कर रहा है। आँसू दुख, निराशा, या किसी गहरे भावनात्मक अनुभव का प्रतीक हो सकते हैं। कवि इस स्थिति को उजागर करके यह संकेत देता है कि व्यक्ति को इस दुखद स्थिति से उबरने के लिए जागरूक होना और वास्तविकता का सामना करना आवश्यक है।
(ख) ‘पगों के बीच छाले’ के पीछे कवि की भावना यह है कि व्यक्ति ने जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों का सामना किया है। छाले प्रतीक हैं उन दर्द और थकावट के जो जीवन की कठिन राहों पर चलते हुए आए हैं। यह दिखाता है कि व्यक्ति ने लंबी और कष्टप्रद यात्रा की है, जिसमें उसे शारीरिक और मानसिक पीड़ा सहनी पड़ी है। कवि इस पीड़ा को उजागर करके यह बताना चाहता है कि जीवन के संघर्षों के बावजूद सजगता और साहस बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
(ग) इस कविता का आशय यह है कि समाज में कमजोर और पीड़ित व्यक्तियों की पीड़ा और संघर्ष को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। उनकी आँखों में आँसू और पैरों में छाले उनकी कठिनाइयों और दर्द की निशानियाँ हैं, जिन्हें कोई देखता नहीं। कवि यहाँ यह संदेश दे रहा है कि इस उपेक्षा और असंवेदनशीलता को खत्म करने के लिए जागरूक होना और समय पर सही कदम उठाना आवश्यक है।
(घ) (iii) समाज के कमजोर लोगों की
कविता में कवि समाज की अनदेखी, उसकी उपेक्षा और दुर्भावना के बारे में संकेत कर रहा है। वह उन लोगों की ओर संकेत कर रहा है जो कमजोर, असहाय, या विपन्न हैं, लेकिन समाज में उनकी पीड़ा और संघर्षों को अनदेखा कर रहा है। इस कविता में कवि एक सामाजिक संदेश देकर समाज को उत्तेजित कर रहा है कि यह उपेक्षा और उन्हें सहायता नहीं मिलने की स्थिति को सुधारने के लिए समय पर उठे और कार्रवाई करें।
अगर यह समय पर नहीं, जागा, तो इसके साथ के लोग आगे निकल जाएंगे अर्थात् दूसरे लोग तरक्की कर जाएँगे और यह पिछड़ जाएगा। समय बीत जाने पर जब इसे पिछड़ने का बोध होगा, तो यह उनकी बराबरी करने के लिए घबरा कर भागेगा यानी हड़बड़ाहट में कुछ करने का प्रयास करेगा और कुछ कर नहीं पाएगा। परिणाम यह होगा कि उसे क्रोध आएRead more
अगर यह समय पर नहीं, जागा, तो इसके साथ के लोग आगे निकल जाएंगे अर्थात् दूसरे लोग तरक्की कर जाएँगे और यह पिछड़ जाएगा। समय बीत जाने पर जब इसे पिछड़ने का बोध होगा, तो यह उनकी बराबरी करने के लिए घबरा कर भागेगा यानी हड़बड़ाहट में कुछ करने का प्रयास करेगा और कुछ कर नहीं पाएगा। परिणाम यह होगा कि उसे क्रोध आएगा, मानसिक तनाव रहेगा, वह खुद से लड़ता रहेगा और परिणामस्वरूप वह जीवन में असफल होता चला जाएगा।
ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने की बात से कहानीकार क्या संदेश देना चाहता है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
"सुखी राजकुमार" कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदRead more
“सुखी राजकुमार” कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि भौतिक सुख-संपत्ति से बढ़कर आत्मिक सुख और परोपकार है। स्वर्ग में उनका स्थान पाना यह दर्शाता है कि ईश्वर की दृष्टि में निस्वार्थ सेवा और करुणा का उच्चतम मूल्य है, और अंततः वही सच्ची पुण्याई है जो अमर होती है।
See lessराजकुमार की आँख का नीलम पाकर तरुण कलाकार कहता है- ओह, मालूम होता है, लोग मेरा मोल आँक रहे हैं। यह शायद किसी बड़े भारी प्रशंसक ने भेजा है। यदि आप इस कलाकार से कुछ कह पाते, तो क्या कहते और क्यों? विस्तार से लिखिए।
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता: "प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आRead more
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता:
See less“प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आँक सकता, बल्कि यह तुम्हारी आवश्यकताओं और कठिनाइयों को कम करने के लिए भेजा गया है। राजकुमार की प्रतिमा और गौरैया ने अपने त्याग और सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हमें दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए।”
सरल संयुक्त और मिश्र वाक्यों का एक-एक उदाहरण लिखिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
सरल वाक्य: सीता ने पुस्तक पढ़ी। संयुक्त वाक्य: राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया। मिश्र वाक्य: जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
सरल वाक्य:
See lessसीता ने पुस्तक पढ़ी।
संयुक्त वाक्य:
राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया।
मिश्र वाक्य:
जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
जो सच से बेख़बर, सपनों में खोया पड़ा है पंक्ति का अर्थ स्पष्ट कीजिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित हैRead more
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित है कि वास्तविकता से दूर रहकर केवल सपनों में खोए रहना जीवन में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
See lessनिम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिएः क्षिप्र तो वह है जो सही क्षण में सजग है। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बलRead more
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मानसिक सतर्कता और सही समय पर सही कार्रवाई करना अधिक महत्वपूर्ण है।
See lessइस कविता का मूल संदेश अपने शब्दों में लिखिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
इस कविता का मूल संदेश यह है कि सच्ची तेजी और क्षमता उसी में है जो सही समय पर सतर्क और जागरूक रहता है। इसमें यह बताया गया है कि केवल शारीरिक रूप से तेज होना पर्याप्त नहीं है; मानसिक सतर्कता और समय की नज़ाकत को समझते हुए सही निर्णय लेना अधिक महत्वपूर्ण है। कविता यह सिखाती है कि जीवन में सफल होने के लिRead more
इस कविता का मूल संदेश यह है कि सच्ची तेजी और क्षमता उसी में है जो सही समय पर सतर्क और जागरूक रहता है। इसमें यह बताया गया है कि केवल शारीरिक रूप से तेज होना पर्याप्त नहीं है; मानसिक सतर्कता और समय की नज़ाकत को समझते हुए सही निर्णय लेना अधिक महत्वपूर्ण है।
See lessकविता यह सिखाती है कि जीवन में सफल होने के लिए हमें समय के महत्व को समझना होगा और उचित समय पर सही कदम उठाना होगा। यह संदेश देता है कि सजगता और तत्परता ही वास्तविक दक्षता और प्रभावशीलता की कुंजी हैं।
संक्षेप में, कविता का मूल संदेश है:
सच्ची तेजी वही है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहकर उचित निर्णय लेता है।
इसे जगाओ में क्या कवि यह कहना चाहता है कि आदमी सपने न देखे? तर्क सहित उत्तर दीजिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
कवि यह नहीं कहता कि आदमी सपने न देखे, बल्कि यह संदेश देता है कि सपनों में खोए रहने के बजाय वास्तविकता का सामना करें, सही समय पर सजग रहें, और तत्परता से कार्य करें। सपने देखना आवश्यक है, लेकिन उनके साथ-साथ वास्तविकता को पहचानना और उस पर उचित प्रतिक्रिया देना भी महत्वपूर्ण है।
कवि यह नहीं कहता कि आदमी सपने न देखे, बल्कि यह संदेश देता है कि सपनों में खोए रहने के बजाय वास्तविकता का सामना करें, सही समय पर सजग रहें, और तत्परता से कार्य करें। सपने देखना आवश्यक है, लेकिन उनके साथ-साथ वास्तविकता को पहचानना और उस पर उचित प्रतिक्रिया देना भी महत्वपूर्ण है।
See lessइसे जगाओ कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध क्यों करता है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
"इसे जगाओ" कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच और वास्तविकता से बेखबर है, केवल सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तविकता को समझे, समय की नज़ाकत को पहचाने और सही क्षण पर सजग होकर उचित निर्णय ले। यह जागरूकता उसे जीवन में सफल बना सकती है और वाRead more
“इसे जगाओ” कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच और वास्तविकता से बेखबर है, केवल सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तविकता को समझे, समय की नज़ाकत को पहचाने और सही क्षण पर सजग होकर उचित निर्णय ले। यह जागरूकता उसे जीवन में सफल बना सकती है और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकती है। सजगता और तत्परता से ही सच्ची दक्षता प्राप्त होती है।
See lessनिम्नलिखित कविता को पढि़ए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः देखता कोई नहीं है निर्बलों की यह निशानी लोचनों के बीच आँसू औ पगों के बीच छाले उठ, समय से तू मोरचा ले! (क) कवि का ‘लोचनों के बीच आँसू’ से क्या तात्पर्य है? (ख) ‘पगों के बीच छाले’ के पीछे कवि की क्या भावना है? (ग) इस कविता का आशय क्या है? (घ) इस कविता में कवि किसकी ओर संकेत करता है? (i) रोने वालों की (ii) घायल व्यक्तियों की (iii) समाज के कमजोर लोगों की (iv) स्वयं की
(क) कवि के 'लोचनों के बीच आँसू' से तात्पर्य है कि व्यक्ति की आँखों में आँसू हैं, जो उसकी भावनात्मक स्थिति, दुख या संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। यह चित्रण बताता है कि व्यक्ति आंतरिक रूप से पीड़ा या संघर्ष का सामना कर रहा है। आँसू दुख, निराशा, या किसी गहरे भावनात्मक अनुभव का प्रतीक हो सकते हैं। कवि इस सRead more
(क) कवि के ‘लोचनों के बीच आँसू’ से तात्पर्य है कि व्यक्ति की आँखों में आँसू हैं, जो उसकी भावनात्मक स्थिति, दुख या संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। यह चित्रण बताता है कि व्यक्ति आंतरिक रूप से पीड़ा या संघर्ष का सामना कर रहा है। आँसू दुख, निराशा, या किसी गहरे भावनात्मक अनुभव का प्रतीक हो सकते हैं। कवि इस स्थिति को उजागर करके यह संकेत देता है कि व्यक्ति को इस दुखद स्थिति से उबरने के लिए जागरूक होना और वास्तविकता का सामना करना आवश्यक है।
See less(ख) ‘पगों के बीच छाले’ के पीछे कवि की भावना यह है कि व्यक्ति ने जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों का सामना किया है। छाले प्रतीक हैं उन दर्द और थकावट के जो जीवन की कठिन राहों पर चलते हुए आए हैं। यह दिखाता है कि व्यक्ति ने लंबी और कष्टप्रद यात्रा की है, जिसमें उसे शारीरिक और मानसिक पीड़ा सहनी पड़ी है। कवि इस पीड़ा को उजागर करके यह बताना चाहता है कि जीवन के संघर्षों के बावजूद सजगता और साहस बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
(ग) इस कविता का आशय यह है कि समाज में कमजोर और पीड़ित व्यक्तियों की पीड़ा और संघर्ष को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। उनकी आँखों में आँसू और पैरों में छाले उनकी कठिनाइयों और दर्द की निशानियाँ हैं, जिन्हें कोई देखता नहीं। कवि यहाँ यह संदेश दे रहा है कि इस उपेक्षा और असंवेदनशीलता को खत्म करने के लिए जागरूक होना और समय पर सही कदम उठाना आवश्यक है।
(घ) (iii) समाज के कमजोर लोगों की
कविता में कवि समाज की अनदेखी, उसकी उपेक्षा और दुर्भावना के बारे में संकेत कर रहा है। वह उन लोगों की ओर संकेत कर रहा है जो कमजोर, असहाय, या विपन्न हैं, लेकिन समाज में उनकी पीड़ा और संघर्षों को अनदेखा कर रहा है। इस कविता में कवि एक सामाजिक संदेश देकर समाज को उत्तेजित कर रहा है कि यह उपेक्षा और उन्हें सहायता नहीं मिलने की स्थिति को सुधारने के लिए समय पर उठे और कार्रवाई करें।
बेवक्त जागने का परिणाम क्या होता है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
अगर यह समय पर नहीं, जागा, तो इसके साथ के लोग आगे निकल जाएंगे अर्थात् दूसरे लोग तरक्की कर जाएँगे और यह पिछड़ जाएगा। समय बीत जाने पर जब इसे पिछड़ने का बोध होगा, तो यह उनकी बराबरी करने के लिए घबरा कर भागेगा यानी हड़बड़ाहट में कुछ करने का प्रयास करेगा और कुछ कर नहीं पाएगा। परिणाम यह होगा कि उसे क्रोध आएRead more
अगर यह समय पर नहीं, जागा, तो इसके साथ के लोग आगे निकल जाएंगे अर्थात् दूसरे लोग तरक्की कर जाएँगे और यह पिछड़ जाएगा। समय बीत जाने पर जब इसे पिछड़ने का बोध होगा, तो यह उनकी बराबरी करने के लिए घबरा कर भागेगा यानी हड़बड़ाहट में कुछ करने का प्रयास करेगा और कुछ कर नहीं पाएगा। परिणाम यह होगा कि उसे क्रोध आएगा, मानसिक तनाव रहेगा, वह खुद से लड़ता रहेगा और परिणामस्वरूप वह जीवन में असफल होता चला जाएगा।
See less