1. अख़बार के विभिन्न अंग निम्नलिखित हैं: समाचार: राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और स्थानीय समाचार। संपादकीय: संपादक द्वारा लिखे गए लेख और विचार। विज्ञापन: व्यावसायिक, सामाजिक और व्यक्तिगत विज्ञापन। आनंद व ज्ञानवर्धन: फीचर लेख, खेल, साहित्य, कार्टून, और अन्य रुचिकर सामग्री। समाचार: समाचार अख़बारोंRead more

    अख़बार के विभिन्न अंग निम्नलिखित हैं:
    समाचार: राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और स्थानीय समाचार।
    संपादकीय: संपादक द्वारा लिखे गए लेख और विचार।
    विज्ञापन: व्यावसायिक, सामाजिक और व्यक्तिगत विज्ञापन।
    आनंद व ज्ञानवर्धन: फीचर लेख, खेल, साहित्य, कार्टून, और अन्य रुचिकर सामग्री।
    समाचार:
    समाचार अख़बारों का प्रमुख अंग होता है। वस्तुतः वही घटना समाचार बनती है जिसका स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से महत्त्व होता है। उसके बाद हर अख़बार अपनी प्राथमिकता के आधाार पर समाचारों के पृष्ठों का बँटवारा करता है। पहले पृष्ठ पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्त्व के समाचार छपते हैं। दूसरेऔर तीसरे पृष्ठों पर स्थानीय समाचारों को स्थान दिया जाता है। इसी प्रकार, अंतिम पृष्ठों पर क्रमशः अंतरराष्ट्रीय समाचारों, अर्थ अथवा व्यापार-जगत् के समाचारों और खेल-संबंधी समाचारों को स्थान दिया जाता है। बीच का एक पृष्ठ संपादकीय और पाठकों के पत्रों के लिए होता है। फिर इन्हीं पष्ठों पर बीच-बीच में विज्ञापनों को भी स्थान दिया जाता है। इस प्रकार, हर अख़बार में उसके आकार और पृष्ठों की संख्या के अनुसार ही अलग-अलग क्षेत्रों के समाचारों को प्रकाशित करने के लिए स्थान निर्धाारित होता है। ऐसे में किसी भी अख़बार के लिए हर घटना को स्थान दे पाना संभव नहीं होता। इसलिए, हर क्षेत्र की प्रमुख और महत्त्वपूर्ण घटनाओं के समाचार ही अख़बारों में प्रकाशित हो पाते हैं।

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  2. समाचार स्रोत: यह समाचार का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण अंग है। इससे समाचार की प्रामाणिकता का पता चलता है। इसमें समाचार का ब्यौरा देने से पहले यह बताया जाता है कि समाचार कहाँ से प्राप्त हुआ और किस माधयम से प्राप्त हुआ। अख़बार पढ़ते समय आपने धयान दिया होगा कि एजेंसियों के बाद शहर का नाम लिखा होता है। यदि ‘Read more

    समाचार स्रोत:
    यह समाचार का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण अंग है। इससे समाचार की प्रामाणिकता का पता चलता है। इसमें समाचार का ब्यौरा देने से पहले यह बताया जाता है कि समाचार कहाँ से प्राप्त हुआ और किस माधयम से प्राप्त हुआ। अख़बार पढ़ते समय आपने धयान दिया होगा कि एजेंसियों के बाद शहर का नाम लिखा होता है। यदि ‘नई दिल्ली’ लिखा है, तो इसका अर्थ यह है कि यह समाचार नई दिल्ली से लिया गया है या यह घटना नई दिल्ली में घटी है। उसके बाद घटना की तिथि दी जाती है। आपने धयान दिया होगा कि प्रायः अख़बारों में समाचारों की तिथि उस समाचारपत्रा की प्रकाशन-तिथि से एक दिन पूर्व की दी गई होती है। ऐसा इसलिए होता है कि अख़बार रात को छपते हैं और सुबह-सुबह आपके पास पहुँच जाते हैं। यानी ये
    समाचार एक दिन पूर्व की रात तक के होते हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि समाचार किसने प्राप्त किया, कहाँ से प्राप्त किया और कब प्राप्त किया, इनकी जानकारी को समाचार-स्रोत कहा जाता है।

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  3. संपादकीय और फीचर में अंतर परिभाषा: संपादकीय: यह अखबार के संपादक या संपादकीय टीम द्वारा लिखा गया एक लेख होता है, जो किसी सामयिक मुद्दे पर अखबार की आधिकारिक राय को व्यक्त करता है। फीचर: यह एक गहराई से लिखा गया लेख है, जो किसी विशेष विषय, घटना या व्यक्ति के बारे में जानकारीपूर्ण और रोचक ढंग से लिखा जातRead more

    संपादकीय और फीचर में अंतर
    परिभाषा:
    संपादकीय: यह अखबार के संपादक या संपादकीय टीम द्वारा लिखा गया एक लेख होता है, जो किसी सामयिक मुद्दे पर अखबार की आधिकारिक राय को व्यक्त करता है।
    फीचर: यह एक गहराई से लिखा गया लेख है, जो किसी विशेष विषय, घटना या व्यक्ति के बारे में जानकारीपूर्ण और रोचक ढंग से लिखा जाता है।
    उद्देश्य:
    संपादकीय: पाठकों को किसी मुद्दे पर संपादक का दृष्टिकोण और विश्लेषण प्रस्तुत करना।
    फीचर: पाठकों को जानकारी देना, मनोरंजन करना या किसी विषय को विस्तार से समझाना।
    लेखन शैली:
    संपादकीय: औपचारिक, तार्किक और विश्लेषणात्मक।
    फीचर: शैली अधिक रचनात्मक, वर्णनात्मक और कभी-कभी भावनात्मक हो सकती है।
    दृष्टिकोण:
    संपादकीय: यह विचारात्मक और तर्क आधारित होता है, जिसमें किसी मुद्दे पर पक्ष या विपक्ष लिया जा सकता है।
    फीचर: यह मुख्यतः सूचनात्मक होता है और निष्पक्षता बनाए रखने की कोशिश करता है।
    लंबाई और प्रस्तुति:
    संपादकीय: आमतौर पर छोटा और सीधे विषय पर केंद्रित होता है।
    फीचर: लंबा, विस्तारपूर्ण और विषय की गहराई में जाता है।
    उदाहरण:
    संपादकीय: “जलवायु परिवर्तन पर सरकार की नीतियां अपर्याप्त क्यों हैं?”
    फीचर: “जलवायु परिवर्तन: कैसे बदल रही हैं हमारी जीवनशैली और पर्यावरण?”
    निष्कर्ष:
    संपादकीय जहां अखबार की राय को प्रस्तुत करता है, वहीं फीचर एक व्यापक दृष्टिकोण से विषय का गहराई से विश्लेषण करता है।

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  4. समाचारों के कई प्रकार होते हैं, जो विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किए जा सकते हैं। मुख्यतः समाचारों को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जाता है: 1. घटना के आधार पर मुख्य समाचार: ये तात्कालिक और महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित होते हैं, जिन्हें प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय समाचारRead more

    समाचारों के कई प्रकार होते हैं, जो विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किए जा सकते हैं। मुख्यतः समाचारों को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जाता है:
    1. घटना के आधार पर
    मुख्य समाचार: ये तात्कालिक और महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित होते हैं, जिन्हें प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाता है।
    अंतर्राष्ट्रीय समाचार: विश्व स्तर पर घटित घटनाओं को शामिल करता है, जैसे अन्य देशों की राजनीति और सामाजिक मुद्दे।
    राष्ट्रीय समाचार: अपने देश के भीतर की महत्वपूर्ण घटनाएँ, जैसे राजनीतिक, आर्थिक या सामाजिक मुद्दे।
    प्रादेशिक समाचार: किसी विशेष राज्य या क्षेत्र से संबंधित घटनाएँ।
    2. स्वरूप के आधार पर
    सीधा समाचार: तथ्यात्मक और संक्षिप्त जानकारी प्रदान करता है।
    व्याख्यात्मक समाचार: किसी घटना की गहन छानबीन करता है और उसके विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है।
    3. विशेष प्रकार
    खेल समाचार: खेलों से संबंधित घटनाएँ और परिणाम।
    विज्ञान समाचार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नई खोजें और विकास।
    मौसम समाचार: मौसमी स्थिति और पूर्वानुमान।
    इन विभिन्न प्रकारों के माध्यम से, समाचार पाठकों को व्यापक और विविध जानकारी प्रदान करते हैं।

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  5. समाचारों के चयन में मुख्य रूप से निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी पड़ती हैं: स्रोत की विश्वसनीयता: केवल विश्वसनीय और मान्यता प्राप्त समाचार स्रोतों से समाचार चुनें। अविश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी अक्सर गलत या भ्रामक हो सकती है। तथ्यों की पुष्टि: समाचारों को साझा करने से पहले उनकी सत्यता की पुष्टिRead more

    समाचारों के चयन में मुख्य रूप से निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी पड़ती हैं:
    स्रोत की विश्वसनीयता: केवल विश्वसनीय और मान्यता प्राप्त समाचार स्रोतों से समाचार चुनें। अविश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी अक्सर गलत या भ्रामक हो सकती है।
    तथ्यों की पुष्टि: समाचारों को साझा करने से पहले उनकी सत्यता की पुष्टि करें। तथ्य-जांच (फैक्ट-चेकिंग) महत्वपूर्ण है।
    पक्षपात और पूर्वाग्रह: समाचार में किसी भी प्रकार का पक्षपात या पूर्वाग्रह न हो। निष्पक्ष और संतुलित समाचार चुनें।
    समाचार की ताजगी: समाचार की ताजगी और सामयिकता की जांच करें। पुरानी या अप्रासंगिक खबरों से बचें।
    प्रसंग और संदर्भ: समाचार के प्रसंग और संदर्भ को समझें। किसी घटना का पूरा चित्रण और पृष्ठभूमि जानना महत्वपूर्ण है।
    कंटेंट की गुणवत्ता: समाचार की भाषा, प्रस्तुति और स्पष्टता का मूल्यांकन करें। खराब लिखे या अस्पष्ट समाचारों से बचें।
    बहुस्तरीय दृष्टिकोण: एक ही समाचार को विभिन्न स्रोतों से पढ़ें ताकि विभिन्न दृष्टिकोणों को समझा जा सके और समग्र जानकारी प्राप्त हो सके।

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