लेखक के अनुसार प्राचीन काल में नाखून का बढ़ना अच्छा माना जाता होगा और अब नाखून का काटना अच्छा माना जाता है। इस अंतर का एक प्रमुख कारण समाज और सभ्यता में परिवर्तन है। प्राचीन काल में: व्यवहारिक कारण: प्राचीन काल में लोग नाखूनों का उपयोग विभिन्न कार्यों में करते थे जैसे कि शिकार, काटना, खोदना आदि। लंबRead more
लेखक के अनुसार प्राचीन काल में नाखून का बढ़ना अच्छा माना जाता होगा और अब नाखून का काटना अच्छा माना जाता है। इस अंतर का एक प्रमुख कारण समाज और सभ्यता में परिवर्तन है।
प्राचीन काल में:
व्यवहारिक कारण: प्राचीन काल में लोग नाखूनों का उपयोग विभिन्न कार्यों में करते थे जैसे कि शिकार, काटना, खोदना आदि। लंबे नाखून इन कार्यों में सहायक हो सकते थे।
सौंदर्य और प्रतीकात्मकता: लंबे नाखून को उच्च वर्ग या विशिष्ट पहचान के रूप में देखा जा सकता था, जिससे व्यक्ति का सामाजिक और आर्थिक स्तर प्रदर्शित होता था।
आधुनिक काल में:
स्वच्छता और स्वास्थ्य: अब नाखूनों का काटना स्वच्छता और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। लंबे नाखूनों में गंदगी और बैक्टीरिया आसानी से फंस सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
आधुनिक जीवन शैली: आज की जीवनशैली और कार्य प्रकृति में छोटे नाखून अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित होते हैं। उदाहरण के लिए, टाइपिंग, खेल, और अन्य गतिविधियों में छोटे नाखूनों से आसानी होती है और चोट लगने की संभावना कम हो जाती है।
सौंदर्य मानक: आज के सौंदर्य मानकों के अनुसार स्वच्छ, कटे हुए नाखूनों को सुंदरता और देखभाल का प्रतीक माना जाता है।
शतरंज के खिलाड़ी के माध्यम से दिखाया गया हैः NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ख) ‘शतरंज के खिलाड़ी’ के माध्यम से भारतीय शासकों का पतन दिखाया गया है।
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See lessमिर्जा साहब में मीर साहब के प्रति प्रतिकार की भावना आती जा रही थी क्योंकि- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ख) मिरज़ा साहब में मीर साहब के प्रति प्रतिकार की भावना आती जा रही थी क्योंकि- वे शतरंज में लगातार हार रहे थे।
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See lessवाजिदअली शाह के बंदी बनाए जाने का मिरज़ा और मीर को कोई मलाल नहीं था, क्योंकि- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ग) वाजिदअली शाह के बंदी बनाए जाने का मिरज़ा और मीर को कोई मलाल नहीं था, क्योंकि- शतरंज का बादशाह अधिक महत्त्वपूर्ण था।
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See lessघास तो आपके अब्बाजान छीलते होंगे। यहाँ तो पीढि़यों से शतरंज खेलते चले आ रहे हैं। यह कथन किस ओर संकेत करता है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ख) ‘घास तो आपके अब्बाजान छीलते होंगे। यहाँ तो पीढि़यों से शतरंज खेलते चले आ रहे हैं। यह कथन मीर की प्रतिकार-भावना की ओर संकेत करता है।
(ख) ‘घास तो आपके अब्बाजान छीलते होंगे। यहाँ तो पीढि़यों से शतरंज खेलते चले आ रहे हैं। यह कथन मीर की प्रतिकार-भावना की ओर संकेत करता है।
See lessले जाकर खाना सिर पर पटक दो, खाएँ या कुत्तों को खिलाएँ- इस संवाद से बेगम साहिबा की किस विशेषता का पता चलता है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(घ) ‘ले जाकर खाना सिर पर पटक दो, खाएँ या कुत्तों को खिलाएँ’- इस संवाद से बेगम साहिबा की क्रोधी विशेषता का पता चलता है।
(घ) ‘ले जाकर खाना सिर पर पटक दो, खाएँ या कुत्तों को खिलाएँ’- इस संवाद से बेगम साहिबा की क्रोधी विशेषता का पता चलता है।
See lessनवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने की घटना पर लखनऊवासियों के व्यवहार को लेखक कहता है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(घ) नवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने की घटना पर लखनऊवासियों के व्यवहार को लेखक कायरता कहता है।
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See lessमगर आपने उन्हें सिर चढ़ा रखा है, यह मुनासिब नहीं है। इस वाक्य में प्रयुक्त मुहावरे का अर्थ है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(क) मगर आपने उन्हें सिर चढ़ा रखा है, यह मुनासिब नहीं है। इस वाक्य में प्रयुक्त मुहावरे का अर्थ है- बहुत लाड़-प्यार से बिगाड़ देना।
(क) मगर आपने उन्हें सिर चढ़ा रखा है, यह मुनासिब नहीं है। इस वाक्य में प्रयुक्त मुहावरे का अर्थ है- बहुत लाड़-प्यार से बिगाड़ देना।
See lessनिखट्टू शब्द है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ग) ‘निखट्टू’ शब्द देशज है।
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See lessशतरंज के खिलाड़ी का उद्देश्य है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
(ग) ‘शतरंज के खिलाड़ी’ का उद्देश्य गुलामी के कारणों के प्रति सचेत करना है।
(ग) ‘शतरंज के खिलाड़ी’ का उद्देश्य गुलामी के कारणों के प्रति सचेत करना है।
See lessलेखक के अनुसार प्राचीन काल में नाखून का बढ़ना अच्छा माना जाता होगा और अब नाखून का काटना अच्छा माना जाता है- आपकी दृष्टि में इस अंतर का कम से कम एक कारण क्या है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 18
लेखक के अनुसार प्राचीन काल में नाखून का बढ़ना अच्छा माना जाता होगा और अब नाखून का काटना अच्छा माना जाता है। इस अंतर का एक प्रमुख कारण समाज और सभ्यता में परिवर्तन है। प्राचीन काल में: व्यवहारिक कारण: प्राचीन काल में लोग नाखूनों का उपयोग विभिन्न कार्यों में करते थे जैसे कि शिकार, काटना, खोदना आदि। लंबRead more
लेखक के अनुसार प्राचीन काल में नाखून का बढ़ना अच्छा माना जाता होगा और अब नाखून का काटना अच्छा माना जाता है। इस अंतर का एक प्रमुख कारण समाज और सभ्यता में परिवर्तन है।
See lessप्राचीन काल में:
व्यवहारिक कारण: प्राचीन काल में लोग नाखूनों का उपयोग विभिन्न कार्यों में करते थे जैसे कि शिकार, काटना, खोदना आदि। लंबे नाखून इन कार्यों में सहायक हो सकते थे।
सौंदर्य और प्रतीकात्मकता: लंबे नाखून को उच्च वर्ग या विशिष्ट पहचान के रूप में देखा जा सकता था, जिससे व्यक्ति का सामाजिक और आर्थिक स्तर प्रदर्शित होता था।
आधुनिक काल में:
स्वच्छता और स्वास्थ्य: अब नाखूनों का काटना स्वच्छता और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। लंबे नाखूनों में गंदगी और बैक्टीरिया आसानी से फंस सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
आधुनिक जीवन शैली: आज की जीवनशैली और कार्य प्रकृति में छोटे नाखून अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित होते हैं। उदाहरण के लिए, टाइपिंग, खेल, और अन्य गतिविधियों में छोटे नाखूनों से आसानी होती है और चोट लगने की संभावना कम हो जाती है।
सौंदर्य मानक: आज के सौंदर्य मानकों के अनुसार स्वच्छ, कटे हुए नाखूनों को सुंदरता और देखभाल का प्रतीक माना जाता है।