1. (ग) अपने से छोटों को पत्र लिखते समय आप संबोधन में आशीष लिखेंगे।

    (ग) अपने से छोटों को पत्र लिखते समय आप संबोधन में आशीष लिखेंगे।

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  2. (क) अपने से बड़ों को पत्र लिखते समय पत्र की समाप्ति पर आपका आज्ञाकारी लिखा जाना चाहिए।

    (क) अपने से बड़ों को पत्र लिखते समय पत्र की समाप्ति पर आपका आज्ञाकारी लिखा जाना चाहिए।

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  3. (क) अपने ही शहर में पत्र लिखते समय दिनांक लिखना आवश्यक है।

    (क) अपने ही शहर में पत्र लिखते समय दिनांक लिखना आवश्यक है।

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  4. पारिवारिक पत्रों की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित होती हैं: व्यक्तिगत स्पर्श: पारिवारिक पत्रों में व्यक्तिगत और भावनात्मक स्पर्श होता है, जो पत्र को विशेष और महत्वपूर्ण बनाता है। परिवार के सदस्य के साथ जुड़ाव: ये पत्र परिवार के सदस्यों के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक होते हैं। समाचार और घटनाओं कRead more

    पारिवारिक पत्रों की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित होती हैं:
    व्यक्तिगत स्पर्श: पारिवारिक पत्रों में व्यक्तिगत और भावनात्मक स्पर्श होता है, जो पत्र को विशेष और महत्वपूर्ण बनाता है।
    परिवार के सदस्य के साथ जुड़ाव: ये पत्र परिवार के सदस्यों के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक होते हैं।
    समाचार और घटनाओं की जानकारी: पत्र में परिवार के सदस्यों की दैनिक जीवन की घटनाओं, समाचार और महत्वपूर्ण अपडेट शामिल होते हैं।
    भावनाओं का आदान-प्रदान: इन पत्रों में अक्सर प्यार, समर्थन, चिंता, खुशी, और दुख जैसी भावनाओं का आदान-प्रदान होता है।
    अनौपचारिक भाषा: पारिवारिक पत्रों में आमतौर पर अनौपचारिक और सरल भाषा का प्रयोग होता है।
    व्यक्तिगत घटनाओं का विवरण: इसमें परिवार के किसी सदस्य की शादी, जन्मदिन, उपलब्धि, या किसी महत्वपूर्ण घटना का विस्तृत विवरण होता है।
    स्मृतियों और अनुभवों का साझा करना: पुराने अनुभवों और यादों को साझा करके, पत्रों में परिवार के सदस्यों के बीच एक विशेष बंधन बनाया जाता है।
    सहानुभूति और सहयोग: कठिन समय में सहानुभूति और सहयोग का प्रदर्शन करने के लिए पारिवारिक पत्र एक महत्वपूर्ण माध्यम होते हैं।

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  5. औपचारिक पत्रों में संक्षिप्तता आवश्यक है क्योंकि: समय की बचत: प्राप्तकर्ता के पास अक्सर समय की कमी होती है। संक्षिप्त पत्र पढ़ने में कम समय लगता है और आवश्यक जानकारी जल्दी प्राप्त की जा सकती है। स्पष्टता और सटीकता: संक्षिप्त पत्रों में जानकारी स्पष्ट और सटीक होती है, जिससे संदेश का उद्देश्य आसानी सेRead more

    औपचारिक पत्रों में संक्षिप्तता आवश्यक है क्योंकि:
    समय की बचत: प्राप्तकर्ता के पास अक्सर समय की कमी होती है। संक्षिप्त पत्र पढ़ने में कम समय लगता है और आवश्यक जानकारी जल्दी प्राप्त की जा सकती है।
    स्पष्टता और सटीकता: संक्षिप्त पत्रों में जानकारी स्पष्ट और सटीक होती है, जिससे संदेश का उद्देश्य आसानी से समझा जा सकता है।
    पेशेवर प्रभाव: संक्षिप्त और सुव्यवस्थित पत्र पेशेवरता का संकेत देते हैं। यह दिखाता है कि लेखक ने अपने विचारों को स्पष्ट और संगठित तरीके से प्रस्तुत किया है।
    मुख्य बिंदुओं पर जोर: लंबी व्याख्या से बचने के लिए, संक्षिप्त पत्र मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे महत्वपूर्ण जानकारी पर जोर दिया जा सकता है।
    प्रभावी संचार: संक्षिप्तता के साथ, संचार अधिक प्रभावी और प्रभावशाली होता है। प्राप्तकर्ता पत्र के मुख्य बिंदुओं को आसानी से याद रख सकता है।
    भ्रम से बचाव: लंबे पत्रों में जानकारी बिखरी हो सकती है जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संक्षिप्त पत्रों में इस तरह की स्थिति से बचा जा सकता है।

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