"सुखी राजकुमार" कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदRead more
“सुखी राजकुमार” कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि भौतिक सुख-संपत्ति से बढ़कर आत्मिक सुख और परोपकार है। स्वर्ग में उनका स्थान पाना यह दर्शाता है कि ईश्वर की दृष्टि में निस्वार्थ सेवा और करुणा का उच्चतम मूल्य है, और अंततः वही सच्ची पुण्याई है जो अमर होती है।
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता: "प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आRead more
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता:
“प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आँक सकता, बल्कि यह तुम्हारी आवश्यकताओं और कठिनाइयों को कम करने के लिए भेजा गया है। राजकुमार की प्रतिमा और गौरैया ने अपने त्याग और सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हमें दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए।”
सरल वाक्य: सीता ने पुस्तक पढ़ी। संयुक्त वाक्य: राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया। मिश्र वाक्य: जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
सरल वाक्य:
सीता ने पुस्तक पढ़ी।
संयुक्त वाक्य:
राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया।
मिश्र वाक्य:
जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित हैRead more
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित है कि वास्तविकता से दूर रहकर केवल सपनों में खोए रहना जीवन में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बलRead more
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मानसिक सतर्कता और सही समय पर सही कार्रवाई करना अधिक महत्वपूर्ण है।
ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने की बात से कहानीकार क्या संदेश देना चाहता है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
"सुखी राजकुमार" कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदRead more
“सुखी राजकुमार” कहानी में ईश्वर द्वारा राजकुमार और गौरैया को स्वर्ग में स्थान देने से कहानीकार यह संदेश देना चाहता है कि सच्ची महानता और आत्मिक मूल्य त्याग, सेवा, और करुणा में निहित हैं। राजकुमार और गौरैया ने निस्वार्थ भाव से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की, जो उनके आत्मिक उत्थान का प्रतीक है। यह संदेश देता है कि भौतिक सुख-संपत्ति से बढ़कर आत्मिक सुख और परोपकार है। स्वर्ग में उनका स्थान पाना यह दर्शाता है कि ईश्वर की दृष्टि में निस्वार्थ सेवा और करुणा का उच्चतम मूल्य है, और अंततः वही सच्ची पुण्याई है जो अमर होती है।
See lessराजकुमार की आँख का नीलम पाकर तरुण कलाकार कहता है- ओह, मालूम होता है, लोग मेरा मोल आँक रहे हैं। यह शायद किसी बड़े भारी प्रशंसक ने भेजा है। यदि आप इस कलाकार से कुछ कह पाते, तो क्या कहते और क्यों? विस्तार से लिखिए।
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता: "प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आRead more
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता:
See less“प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आँक सकता, बल्कि यह तुम्हारी आवश्यकताओं और कठिनाइयों को कम करने के लिए भेजा गया है। राजकुमार की प्रतिमा और गौरैया ने अपने त्याग और सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हमें दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए।”
सरल संयुक्त और मिश्र वाक्यों का एक-एक उदाहरण लिखिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
सरल वाक्य: सीता ने पुस्तक पढ़ी। संयुक्त वाक्य: राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया। मिश्र वाक्य: जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
सरल वाक्य:
See lessसीता ने पुस्तक पढ़ी।
संयुक्त वाक्य:
राम ने खाना खाया और फिर वह खेलने चला गया।
मिश्र वाक्य:
जब बारिश हुई, तब हम घर के अंदर बैठे, और हमने कहानियाँ सुनीं।
जो सच से बेख़बर, सपनों में खोया पड़ा है पंक्ति का अर्थ स्पष्ट कीजिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित हैRead more
पूरी पंक्ति का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो वास्तविकता से अनजान है और केवल अपनी कल्पनाओं या स्वप्नों में खोया हुआ है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों, समस्याओं या जीवन की सच्चाईयों से भाग रहा है और केवल अपने मन की दुनिया में जी रहा है। इस पंक्ति में एक प्रकार का चेतावनी भी निहित है कि वास्तविकता से दूर रहकर केवल सपनों में खोए रहना जीवन में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
See lessनिम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिएः क्षिप्र तो वह है जो सही क्षण में सजग है। NIOS Class 10 Hindi Chapter 12
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बलRead more
पूरी पंक्ति का आशय है कि वास्तव में तेज और सक्षम वही व्यक्ति है जो सही समय पर सजग और सतर्क रहता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति की तत्परता और सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता ही उसकी वास्तविक तेजी और दक्षता का प्रमाण है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि केवल शारीरिक तेजी या गति ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मानसिक सतर्कता और सही समय पर सही कार्रवाई करना अधिक महत्वपूर्ण है।
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