NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
सुखी राजकुमार कहानी का सबसे मार्मिक स्थल वह है जब गौरैया ठंड से ठिठुरकर राजकुमार की प्रतिमा के पैरों के पास मर जाती है। गौरैया ने अपनी गर्म देश जाने की योजना त्यागकर राजकुमार की मदद की, ताकि गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता की जा सके। उसकी मृत्यु त्याग और निस्वार्थ सेवा का चरमोत्कर्ष है, जो पाठकों के दिलों को गहराई से छूता है। यह दृश्य राजकुमार की करुणा और गौरैया की वफादारी को उजागर करता है, जिससे कहानी की मानवीयता और संवेदनशीलता स्पष्ट होती है। यह बलिदान और सेवा का संदेश देता है, जो अत्यंत प्रेरणादायक है।
“सुखी राजकुमार” कहानी का सबसे मार्मिक स्थल वह है जब गौरैया ठंड से ठिठुरकर राजकुमार की प्रतिमा के पैरों के पास मर जाती है। गौरैया ने अपनी गर्म देश जाने की योजना त्यागकर राजकुमार की मदद की, ताकि गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता की जा सके। उसकी मृत्यु त्याग और निस्वार्थ सेवा का चरमोत्कर्ष है, जो पाठकों के दिलों को गहराई से छूता है। यह दृश्य राजकुमार की करुणा और गौरैया की वफादारी को उजागर करता है, जिससे कहानी की मानवीयता और संवेदनशीलता स्पष्ट होती है। यह बलिदान और सेवा का संदेश देता है, जो अत्यंत प्रेरणादायक है।