NIOS Class 10 Hindi Chapter 1
नौकर रखना कई कारणों से बहुत ज़रूरी हो गया था। मेरे सभी भाई और रिश्तेदार अच्छे ओहदों पर थे और उन सभी के यहाँ नौकर थे। मैं जब बहन की शादी में घर गया, तो वहाँ नौकरों का सुख देखा। मेरी दोनों भाभियाँ रानी की तरह बैठकर चारपाइयाँ तोड़ती थीं, जबकि निर्मला को सबेरे से लेकर रात तक खटना पड़ता था। मैं ईष्र्या से जल गया। इसके बाद नौकरी पर वापस आया, तो निर्मला दोनों जून ‘नौकर-चाकर’ की माला जपने लगी।
‘बहादुर’ कहानी में नौकर रखने की आवश्यकता और उसके कारण:
वाचक के लिए नौकर रखने की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से थी:
बढ़ती सामाजिक स्थिति: वाचक की सामाजिक स्थिति बढ़ रही थी। उसके परिवार में सभी भाई-बहन सरकारी नौकरी में थे और उनके घरों में नौकर-चाकर थे। किशोर को भी अपने घर में नौकर रखने की इच्छा थी, ताकि वह भी समाज में उच्च दर्जा प्राप्त कर सके।
घरेलू कामों का बोझ: वाचक की पत्नी, निर्मला, घर के सभी काम अकेले करती थी। यह बोझ उसके लिए बहुत अधिक था, जिसके कारण वह थकान और बीमारी से ग्रस्त रहने लगी थी। किशोर को लगा कि नौकर रखने से निर्मला को राहत मिलेगी और वह अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकेगी।
प्रतिष्ठा: उस समय के समाज में, नौकर रखना एक प्रतिष्ठा का विषय माना जाता था। वाचक को लगा कि नौकर रखने से उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी और लोग उसे एक सफल व्यक्ति मानेंगे।