राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 5, रॉबर्ट नर्सिंग होम में
लेखक मदर टेरेसा के जाने के बाद जाति, धर्म और वर्ग की दीवारों के बारे में सोचता रहा। ये दीवारें समाज में भेदभाव और अलगाव को जन्म देती हैं, जिससे मानवता का विकास रुक जाता है। इन दीवारों को गिराना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे सभी लोगों के बीच एकता और समानता का भाव विकसित होता है। जब हम इन विभाजनों को समाप्त करते हैं, तो हम एक समरस समाज की ओर बढ़ते हैं, जहाँ सभी को समान अवसर मिलते हैं।
लेखक मदर टेरेसा के जाने के बाद “अदृश्य दीवारों” के बारे में सोचता रहा।
अंतर्द्वंद्व और पूर्वाग्रहों की दीवारें: इन दीवारों ने लोगों को धर्म, जाति, राष्ट्रीयता और अन्य भेदभावों के आधार पर बांट रखा था। मदर टेरेसा ने इन दीवारों को गिराने का काम किया और सभी इंसानों के बीच प्रेम और समानता का संदेश दिया।
अज्ञानता और अंधविश्वास की दीवारें: इन दीवारों ने लोगों को अंधविश्वासों और रूढ़ियों में जकड़ रखा था। मदर टेरेसा ने शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से इन दीवारों को गिराने का प्रयास किया।
असहायता और निराशा की दीवारें: इन दीवारों ने गरीबों, बीमारों और अन्य जरूरतमंदों को निराश और असहाय बना रखा था। मदर टेरेसा ने अपनी सेवा और करुणा के माध्यम से इन दीवारों को गिराने का काम किया।
दीवारों को गिराना क्यों ज़रूरी है:
मानवता का विकास: इन दीवारों को गिराकर हम एक ऐसी दुनिया का निर्माण कर सकते हैं जहाँ सभी इंसान समान हों और प्रेम और सद्भाव का वातावरण हो।
समाजिक न्याय: इन दीवारों को गिराकर हम गरीबी, भेदभाव और अन्याय जैसी सामाजिक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
वैश्विक शांति: इन दीवारों को गिराकर हम युद्ध, हिंसा और आतंकवाद जैसी वैश्विक समस्याओं को कम कर सकते हैं।