भाग्यवादी वह व्यक्ति होता है जो अपने जीवन की घटनाओं और परिणामों को पूर्वनिर्धारित मानता है और अपने कर्मों के बजाय भाग्य पर निर्भर रहता है। ऐसे लोग अक्सर सोचते हैं कि उनका जीवन उनके नियंत्रण में नहीं है। हालांकि, मनुष्य को केवल भाग्य के सहारे नहीं, बल्कि अपने कर्मों और प्रयासों के माध्यम से आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि मेहनत और समर्पण ही सफलता की कुंजी हैं।
भाग्यवादी किसे कहते हैं? क्या मनुष्य को भाग्य के सहारे ही आगे बढ़ना चाहिए? NIOS Class 10 Hindi Chapter 4
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भाग्यवादी वे लोग होते हैं जो मानते हैं कि जीवन में होने वाली हर घटना पूर्वनिर्धारित होती है और मनुष्य का उन पर कोई नियंत्रण नहीं होता। उनका मानना है कि जो होना है वो होकर ही रहेगा, चाहे हम कितना भी प्रयास क्यों न करें। भले ही कुछ घटनाएं हमारे नियंत्रण से बाहर हों, फिर भी हमारे पास हर परिस्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता है।
हम अपने कर्मों से अपनी किस्मत बदल सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, हमें भाग्य पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखते हुए कर्म करते रहना चाहिए।