राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 8, चंद्रगहना से लौटती बेर
इस कविता में कवि ने परिवार और प्रकृति के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं और व्यक्तिगत अस्तित्व के प्रश्न को दर्शाया है।
भावार्थ:
कवि एक छोटे से आंगन का वर्णन करते हुए कहता है कि उसकी माँ ने आंगन में तुलसी के दो पौधे लगाए हैं, जो पवित्रता, आस्था और घर की सुख-शांति का प्रतीक हैं। पिता ने आंगन में एक विशाल बरगद का पेड़ उगाया है, जो स्थायित्व, सुरक्षा और परिवार के संरक्षण का प्रतीक है।
अब कवि अपने “नन्हे गुलाब” को कहीं रोपने की जगह ढूँढ रहा है। यह “नन्हा गुलाब” कवि की अपनी पहचान, भावनाएँ और सपनों का प्रतीक है। कवि के लिए यह दुविधा है कि जहाँ परिवार की इतनी महत्त्वपूर्ण परंपराएँ और प्रतीक हैं, वहाँ वह अपनी जगह कैसे और कहाँ बनाए।
यह कविता व्यक्ति के अस्तित्व की खोज और अपनी पहचान स्थापित करने की चाह को दर्शाती है, जो हर व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा होती है। साथ ही, यह पारिवारिक मूल्यों और व्यक्तिगत इच्छाओं के बीच के संतुलन को भी उजागर करती है।
(i) बच्चा प्रकृति से गहरा लगाव रखता है। वह माँ द्वारा लगाए गए तुलसी के बिरवे और पिता द्वारा उगाए गए बरगद के पेड़ को देखकर प्रेरित होता है। बच्चा अपने लिए भी एक जगह ढूंढना चाहता है, जहाँ वह अपना योगदान दे सके। वह सोचता है कि वह अपने छोटे से आंगन में कहाँ अपना गुलाब का पौधा लगाए।
(ii) बच्चा कल्पनाशील है वह माँ द्वारा लगाए गए तुलसी के बिरवे और पिता द्वारा उगाए गए बरगद के पेड़ को देखकर सोचता है कि उसे भी कोई नन्हा पौधा लगाना चाहिए। बच्चा के मन में गुलाब के पौधे को रोपने का विचार आता है। उसके लिए उचित जगह चाहता है। भविष्य के बारे में सोचता है। वह कल्पना करता है कि यह कैसे बड़ेगा, फूलेगा और खुशबू फैलाएगा।
(iii) गुलाब को अक्सर सुंदरता और पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। इसका खिलना प्रकृति के चमत्कार और जीवन की क्षणभंगुरता का प्रतीक है। यह गुलाब का सबसे प्रसिद्ध प्रतीक है। लाल गुलाब को प्यार, स्नेह और प्रशंसा का प्रतीक माना जाता है। गुलाब का उपयोग अक्सर खुशी और उत्सव के अवसरों को मनाने के लिए किया जाता है, जैसे कि शादियों, जन्मदिन और छुट्टियां। कई धर्मों में गुलाब का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में, गुलाब को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ईसाई धर्म में, लाल गुलाब को अक्सर मसीह के रक्त और बलिदान का प्रतीक माना जाता है। इस्लाम में, गुलाब को पैगंबर मुहम्मद का प्रतीक माना जाता है।