NIOS Class 10 Hindi Chapter 10
भारत का हिमालय पर्वत विश्व प्रसिद्ध है और इसे देवताओं का स्वर्ग, ऋषियों का तपोवन, और प्राकृतिक सौंदर्य का भंडार माना जाता है। यह पर्वत श्रंखला कश्मीर से असम तक फैली हुई है और इसमें अमरनाथ, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्तरी, यमुनोत्तरी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। हिमालय न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह पर्यटन के लिए भी एक अद्भुत स्थान है। कश्मीर को पृथ्वी का स्वर्ग कहा जाता है, जो इस पुण्यभूमि की विशेषता को दर्शाता है।
1. हिमालय को प्राकृतिक सुषमा का भंडार माना गया है क्योंकि यहाँ बर्फ से ढकी चोटियाँ, घने वन, सुंदर घाटियाँ, और जीव-जंतुओं की विविधता है। यहाँ की नदियाँ, झरने, और हिमनद मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा, हिमालय में विभिन्न प्रकार के फूल और पौधे भी पाए जाते हैं, जो इसकी प्राकृतिक सुंदरता को और बढ़ाते हैं।
2. कश्मीर को पृथ्वी का स्वर्ग कहा गया है क्योंकि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय है। बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ, हरे-भरे बाग, शांत झीलें, और रंग-बिरंगे फूल कश्मीर को मनमोहक बनाते हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ की शीतल जलवायु और समृद्ध संस्कृति पर्यटकों को आकर्षित करती है, जिससे यह स्थान स्वर्ग जैसा प्रतीत होता है।
3. भारत की सुंदरता और महानता का श्रेय हिमालय को इसलिए दिया गया है क्योंकि यह देश की उत्तरी सीमा पर स्थित है और प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है। हिमालय की बर्फीली चोटियाँ, हरे-भरे वन, और विविध जीव-जंतु इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं। साथ ही, यह नदियों का उद्गम स्थल है, जो कृषि और जीवन के लिए आवश्यक जल प्रदान करती हैं।
4. हिमालय भारत की सुंदरता और महानता का प्रतीक है, जिसे देवताओं का स्वर्ग, ऋषियों का तपोवन, और प्राकृतिक सुषमा का भंडार माना जाता है। यह पर्वत कश्मीर से असम तक फैला है, जिसमें अमरनाथ, बदरीनाथ, केदारनाथ जैसे पवित्र तीर्थ स्थल स्थित हैं। हिमालय भारत के इतिहास, भूगोल, धर्म, और पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
5. इस अनुच्छेद का उचित शीर्षक ‘हिमालय की गोद में’ है।