नवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने की घटना पर लखनऊवासियों के व्यवहार को लेखक कहता है- NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 19, शतरंज के खिलाड़ी
लेखक के अनुसार, नवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने पर लखनऊवासियों का व्यवहार उदासीनता और अवसाद से भरा था। लोग अपने नवाब की दुर्दशा को लेकर चिंतित थे, लेकिन उनकी चिंता का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। लखनऊवासी इस स्थिति को स्वीकार करने लगे थे, और उनके मन में वाजिद अली शाह के प्रति एक गहरी निष्ठा और प्रेम था, बावजूद इसके कि वे अपनी समस्याओं से जूझ रहे थे। यह स्थिति उनके सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता की कमी को भी दर्शाती है।
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(घ) नवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने की घटना पर लखनऊवासियों के व्यवहार को लेखक कायरता कहता है।