NIOS Class 10 Hindi Chapter 17 बीती विभावरी जाग री
कविता “बीती विभावरी जाग री” में जागरण का संदेश छिपा है। यह कविता एक सखी द्वारा अपनी सोई हुई मित्र को सुबह के आगमन पर जगाने के लिए लिखी गई है। कवि ने प्रकृति के सौंदर्य के माध्यम से जीवन की नई शुरुआत और जागरूकता का संकेत दिया है। यह केवल व्यक्तिगत जागरण नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना को भी उजागर करता है, जिससे स्वतंत्रता संग्राम का भाव व्यक्त होता है। इस प्रकार, कविता में जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और सक्रियता का संदेश निहित है।
पाठ के आधार पर उपमेय और उपमान का सम्बन्ध निम्न है:
कॉलम I कॉलम II
अंबर पनघट
तारा घट
उषा नारी
अधर राग
अलक मलयज
आँख विहाग