NIOS Class 10 Hindi Chapter 13
गौरैया का व्यक्तित्व समय के साथ कई परिवर्तनों से गुजरा है। पहले, यह चहचहाती, चंचल और समाज में सक्रिय रहने वाली पक्षी थी, जो घरों के आसपास आसानी से देखी जाती थी। लेकिन अब, शहरीकरण और पर्यावरणीय बदलावों के कारण इसकी संख्या में कमी आई है। गौरैया अब अधिक सतर्क और संकोची हो गई है। इसके अस्तित्व के लिए संघर्ष ने इसे अधिक लचीला बना दिया है, लेकिन यह हमें यह भी याद दिलाती है कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।
गौरैया के व्यक्तित्व में यह परिवर्तन अत्यंत प्रेरणादायक और मार्मिक है। शुरुआत में एक साधारण और स्वार्थी पक्षी के रूप में दिखने वाली गौरैया धीरे-धीरे अपने निस्वार्थ कार्यों और दयालुता के कारण एक महान और प्रेरणादायक चरित्र बन जाती है। उसके व्यक्तित्व में आने वाला यह परिवर्तन कहानी के केंद्रीय संदेश को गहराई से उजागर करता है: सच्ची महानता और सुख दूसरों की सेवा और मदद में है, न कि केवल अपने व्यक्तिगत सुख में।
गौरैया की यात्रा दर्शाती है कि किसी भी साधारण प्राणी में महानता का गुण हो सकता है, बशर्ते वह दूसरों के लिए अपने स्वार्थ को त्याग कर सेवा और करुणा की राह पर चले। उसकी इस यात्रा और परिवर्तन ने कहानी को एक गहरा और स्थायी संदेश दिया है।