राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 21, पत्र कैसे लिखें
दोस्त को पत्र लिखने की भाषा सरल, अनौपचारिक और स्नेहपूर्ण होती है। इसमें निम्नलिखित विशेषताएँ होनी चाहिए:
संबोधन: पत्र की शुरुआत में “प्रिय [दोस्त का नाम]” या “हे दोस्त” जैसे संबोधन का प्रयोग करें।
भावनाएँ: अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करें, जैसे “मैं तुम्हें बहुत याद कर रहा हूँ।”
विषय: पत्र में अपने अनुभव, समाचार या विचार साझा करें, जैसे स्कूल, काम या व्यक्तिगत जीवन के बारे में।
प्रेरणा: दोस्त को प्रेरित करने वाले शब्दों का प्रयोग करें।
समापन: अंत में “तुम्हारा मित्र” या “सादर” लिखकर पत्र समाप्त करें।
इस प्रकार की भाषा पत्र को व्यक्तिगत और आत्मीय बनाती है।
सप्रेम नमस्ते।
आशा है तुम अच्छे से होगे। इस बार की छुट्टियाँ बहुत ही मजेदार और यादगार रहीं, और मैं तुम्हारे साथ इन अनुभवों को साझा करना चाहता हूँ। छुट्टियों की शुरुआत में, मैं अपने परिवार के साथ शिमला घूमने गया। यह जगह वाकई बहुत खूबसूरत है। हमने वहाँ का माल रोड, कुफरी और जाखू मंदिर देखा। पहाड़ों की ठंडी हवा और प्राकृतिक सुंदरता ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया। कुफरी में हमनें घुड़सवारी की और जाखू मंदिर में बंदरों का हुड़दंग भी देखा।
शिमला से लौटने के बाद, मैं अपने दादी-नानी के घर गया। वहाँ गाँव की सादगी और शांति का अनुभव किया। खेतों में घूमना, ताजे फलों का आनंद लेना और दोस्तों के साथ खेलना बहुत अच्छा लगा। दादी के हाथ के बने स्वादिष्ट पकवानों का मजा लिया और नानी की कहानियों ने बचपन की यादें ताजा कर दीं।
इसके बाद, मैंने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक छोटा सा ट्रैकिंग ट्रिप भी किया। यह ट्रिप हमारे नजदीकी जंगल में था और हमनें वहाँ कैम्पिंग भी की। रात में तारे देखना और दोस्तों के साथ कैम्प फायर का मजा लेना वाकई अद्भुत था।
अंत में, कुछ दिन मैंने अपने घर पर ही बिताए। इस दौरान मैंने कुछ नई किताबें पढ़ीं, नई रेसिपी ट्राई की और अपने पसंदीदा शो और मूवीज देखीं। यह समय आत्मचिंतन और रचनात्मक कार्यों में भी बीता।
तुम्हारी छुट्टियाँ कैसी रहीं? मुझे तुम्हारे अनुभवों के बारे में जानकर बहुत खुशी होगी। कृपया जल्दी से उत्तर देना।
तुम्हारा दोस्त,
पवन