राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 16, अपना-पराया
पारिभाषिक शब्द वे शब्द होते हैं जो किसी विशेष विषय या क्षेत्र में एक निश्चित अर्थ व्यक्त करते हैं। ये शब्द विज्ञान, कला, चिकित्सा, और अन्य क्षेत्रों में उपयोग होते हैं, जैसे कि रसायनशास्त्र में “अणु” या भौतिकी में “गति”। पारिभाषिक शब्दावली का उद्देश्य संचार को स्पष्ट और प्रभावी बनाना है, ताकि विशेषज्ञ एक-दूसरे के साथ बिना भ्रम के संवाद कर सकें। इनका अर्थ परिभाषा द्वारा स्थिर किया गया होता है।
इस पाठ में विज्ञान और आयुर्विज्ञान या चिकित्साशास्त्रा के अनेक पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग हुआ है, उदाहरण के लिएः आमाशय, अवशोषित, रोगाणु, वायुनली, बलगम, आहारनली, विषाणु, श्वेत-कणिकाएँ, ऊतक-तरल, टान्सिल, भक्षक कोशिकाएँ, जीवाणु, टॉक्सिन, प्रतिपिंड, लसिका-ग्रंथि, इन्फ़्लूएंजा, चेचक, टीका, पोलियो, टिटेनेस, डिफ़्थीरिया, हैजा, टाइफ़ाइड, क्षय रोग, एलर्जी, प्रोटीन, पित्ती, दमा, कैंसर आदि।
कुछ वैज्ञानिक शब्दावली आपने पढ़ी, अब कुछ पारिभाषिक शब्दावली देखिएः
ऊतक – एक जैसा काम करने वाली कोशिकाओं के समूह से बने पिंड।
प्रजनन – अपने जैसे जीवों को जन्म देने की प्रक्रिया।
श्लेष्मा – चिपचिपा लसदार पदार्थ, जो नाक से बहकर निकलता है।
प्रतिपिंड – विशेष प्रकार के रोगाणुओं से लड़ने के लिए शरीर में बने पिंड।