राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 18, नाखून क्यों बढ़ते हैं?
मनुष्य पशु से मुख्यतः अपनी बुद्धि और नैतिकता में भिन्न है। जबकि पशु केवल अपनी मूलभूत आवश्यकताओं जैसे भोजन, सुरक्षा, और प्रजनन के लिए क्रियाएँ करते हैं, मनुष्य सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता रखता है। मनुष्य में धर्म, नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारियों का ज्ञान होता है, जो उसे पशुओं से अलग करता है। चाणक्य ने भी बताया है कि धर्म और नैतिकता से युक्त व्यक्ति ही सच्चे अर्थ में मनुष्य कहलाने का अधिकारी है।
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(ग) मनुष्य पशु से संयम में भिन्न है।