राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 7, आजादी
उपसर्ग
उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी मूल शब्द के प्रारंभ में जुड़कर उसके अर्थ को बदलते हैं। उपसर्ग का प्रयोग शब्द के अर्थ को स्पष्ट या विस्तारित करने के लिए किया जाता है।
प्रत्यय
प्रत्यय वे शब्दांश होते हैं जो किसी मूल शब्द के अंत में जुड़कर नए शब्द का निर्माण करते हैं या उसके अर्थ को बदलते हैं। प्रत्यय का अपना स्वतंत्र अर्थ नहीं होता, बल्कि यह मूल शब्द के साथ मिलकर नया अर्थ या रूप प्रदान करता है।
अनंत – ‘अन्’ उपसर्ग
गतिमान – ‘मान’ प्रत्यय
शिकारी – ‘ई’ प्रत्यय
चमकीली – ‘ईला’ और ‘ई’ प्रत्यय (चमक ⟶ चमकीला ⟶ चमकीली)
बोनेवाला – ‘वाला’ प्रत्यय