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NIOS Class 10 Hindi Chapter 12 इसे जगाओ इस कविता में ‘भई’ शब्द का प्रयोग उस व्यक्ति को जगाने के लिए किया गया है जो सचाई से बेखबर और सपनों में खोया हुआ है। कवि का उद्देश्य उसे जागरूक करना और ...

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 12 ‘भई, सूरज’ में ‘भई’ संबोधन आत्मीय प्रकार का है। यह शब्द बोलचाल की हिंदी में सामान्यतः किसी करीबी या मित्रवत संबंध को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है। इस संदर्भ में, कवि सूरज को ...

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निम्नलिखित पत्रों के कथ्य को सार के रूप में लिखिएः सं. 102/न-3/8-03 दिनांकः 18 अगस्त, 2011 प्रेषकः जि़लाधिकारी देहरादून सेवा में, अवर सचिव ग्राम पंचायत विभाग उत्तराखंड सरकार देहरादून विषयः ग्राम पंचायत कार्यालय के कर्मचारियों के लिए पर्वतीय भत्ते की स्वीकृति के संबंध में। महोदय, इस जि़ले के लिए स्वीकृत वर्ष 2010-11 के बजट में पर्वतीय भत्ते के लिए प्रावधान नहीं रखा गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में अन्य स्थानों की अपेक्षा महँगाई अधिक है। इसी वजह से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में कार्यरत समस्त सरकारी कर्मचारियों को पर्वतीय भत्ता दिया जाता है। पर्वतीय भत्ता देने का प्रावधान इस जिले पर भी लागू होता है। इस संबंध में सरकार से अनुरोध है कि वर्ष 2010-11 के बजट में ग्राम पंचायत कर्मचारियों को पर्वतीय भत्ते का भुगतान करने हेतु इस मद में रु. 15,00,000/- (रुपए पंद्रह लाख मात्र) की व्यवस्था की जाए और पिछले साल खर्च हुई राशि के लिए कार्य हो जाने के पश्चात् मंजूरी प्रदान की जाए।

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 11, सार लेखन गद्यांश का सार यह है कि देहरादून के जिलाधिकारी ने अवर सचिव, ग्राम पंचायत विभाग को पत्र लिखकर 2010-11 के बजट में पर्वतीय भत्ते के लिए प्रावधान की कमी ...

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 11 सार लेखन गद्यांश का सार यह है कि एक राष्ट्र की मानसिक संपत्ति, विशेषकर उसके बालक-बालिकाएँ, उसकी सबसे मूल्यवान धरोहर हैं। जो राष्ट्र अपनी मानसिक संपत्ति की रक्षा और उन्नति के लिए प्रयास करता है, ...

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निम्नलिखित अंश का सार-लेखन एक तिहाई शब्दों में कीजिएः आज की भारतीय शिक्षित नारी को अच्छी गृहिणी के रूप में न देख पाना पुरुषों की एकांगी दृष्टि का परिणाम है। विवाह के बाद उसकी बदली हुई मनःस्थिति तथा परिस्थितियों की कठिनाइयों पर ध्यान नहीं दिया जाता। उसकी रुचियों और भावनाओं की उपेक्षा की जाती है। पुरुष यदि अपने सुख के लिए पत्नी के सुख का धयान रखे, तो वह अच्छी गृहिणी हो सकती है। पत्नी और पति का कर्तव्य है कि वे एक दूसरे के कार्य में हाथ बटाएँ और एक-दूसरे की भावनाओं, इच्छाओं और रुचियों का धयान रखें। आखि़र नारी भी तो मनुष्य है। उसकी अपनी ज़रूरतें भी हैं और वह भी परिवार में, पड़ोस में तथा समाज में सम्मान पाना चाहती है। यदि नारी त्याग की मूर्ति है, तो पुरुष को बलिदानी होना चाहिए।

NIOS Class 10 Hindi Chapter 11 गद्यांश का सार यह है कि आज की भारतीय शिक्षित नारी को एक अच्छी गृहिणी के रूप में नहीं देखा जाता, जिसका कारण पुरुषों की संकीर्ण दृष्टि है। विवाह के बाद उसकी भावनाओं और इच्छाओं ...