NIOS Class 10 Hindi Chapter 4
आओ, मिलें सब देश-बांधाव हार बनकर देश के,
साधाक बनें सब प्रेम से सुख-शांतिमय उद्देश्य के।
यह हमें एकता, प्रेम, और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता का एहसास कराती हैं। इस उद्धरण का सार यह है कि हमें एकजुट होकर अपने देश और समाज की भलाई के लिए काम करना चाहिए। प्रेम, शांति, और सामूहिकता ही हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने का सही मार्ग है। आइए, हम सब मिलकर एक सुख-शांतिमय समाज की स्थापना करें!
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(क) सुख-शांतिमय उद्देश्य आज़ादी और खुशहाली है।