NIOS Class 10 Hindi Chapter 10
कविता “एक बूँद” में कवि अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ ने एक पानी की बूँद के माध्यम से जीवन के संघर्ष और उपलब्धियों की प्रेरणा दी है। यह बूँद बादलों से निकलकर सोचती है कि वह क्यों बाहर आई है। वह भगवान से अपने भाग्य के बारे में पूछती है कि क्या वह धूल में मिल जाएगी या जल जाएगी। अचानक एक हवा उसे समुद्र की ओर ले जाती है, जहाँ वह एक सुंदर सीप में गिरकर मोती बन जाती है। यह कविता हमें यह सिखाती है कि घर से बाहर निकलने पर नए अवसर मिलते हैं, और हमें अपने डर को पार करके आगे बढ़ना चाहिए।