राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 19, शतरंज के खिलाड़ी
‘शतरंज के खिलाड़ी’ का उद्देश्य सामंतवादी समाज के पतन और राजनीतिक चेतना की कमी को उजागर करना है। मुंशी प्रेमचंद ने कहानी के माध्यम से दिखाया है कि कैसे मीर और मिर्ज़ा जैसे पात्र अपने विलासिता में इतने खो गए हैं कि वे अपने देश की दुर्दशा और नवाब वाजिद अली शाह की बंदी बनाने की घटना को नजरअंदाज करते हैं। यह कहानी सामाजिक और राजनीतिक चेतना की आवश्यकता पर जोर देती है, और यह दर्शाती है कि व्यक्तिगत स्वार्थ और भोग-विलास देश की स्वतंत्रता को खतरे में डाल सकते हैं।
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(ग) ‘शतरंज के खिलाड़ी’ का उद्देश्य गुलामी के कारणों के प्रति सचेत करना है।