NIOS Class 10 Hindi Chapter 13 सुखी राजकुमार
यदि मैं तरुण कलाकार से बात कर पाता, तो मैं उसे समझाता कि उसकी कला का असली मूल्य उसके काम में निहित है, न कि बाहरी प्रशंसा या भौतिक वस्तुओं में। मैं कहता, “आपकी प्रतिभा और मेहनत ही सबसे महत्वपूर्ण हैं। नीलम एक भव्य वस्तु हो सकती है, लेकिन आपकी कला और रचनात्मकता का मूल्य अनमोल है। इसे किसी चीज़ से नहीं मापा जा सकता। अपने काम पर गर्व करें और उसे अपने दिल से बनाते रहें, क्योंकि यही सच्चा सम्मान है।” यह संदेश उसे प्रेरित करेगा कि वह अपनी कला को आत्मिक संतोष के लिए बनाए।
यदि मैं उस तरुण कलाकार से कुछ कह पाता, तो मैं उसे यह कहता:
“प्रिय कलाकार, यह नीलम रत्न तुम्हारे कला के प्रति किसी बड़े प्रशंसक की प्रशंसा नहीं है, बल्कि यह राजकुमार की प्रतिमा से तुम्हारे लिए भेजा गया एक उपहार है, जो तुम्हारे संघर्ष और मेहनत की पहचान है। यह नीलम तुम्हारे कौशल और समर्पण का मोल नहीं आँक सकता, बल्कि यह तुम्हारी आवश्यकताओं और कठिनाइयों को कम करने के लिए भेजा गया है। राजकुमार की प्रतिमा और गौरैया ने अपने त्याग और सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हमें दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए।”