NIOS Class 10 Hindi Chapter 21
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई, हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसकी स्थापना 1918 में महात्मा गांधी और एनी बेसेंट के नेतृत्व में हुई थी। सभा ने दक्षिण भारत में हिंदी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम और पाठ्यक्रम विकसित किए हैं। इसके अंतर्गत हिंदी की परीक्षाएँ, पुस्तकालय, और साहित्यिक पत्रिकाएँ शामिल हैं। सभा का उद्देश्य हिंदी को एक राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करना और विभिन्न भाषाओं के बीच एकता को बढ़ावा देना है।
जयलक्ष्मी
बी-36ए, त्यागराज नगर
चेन्नई
10-03-20xx
संपादक महोदय,
हिंदुस्तान दैनिक
कस्तूरबा गांधी मार्ग
नई दिल्ली – 110001
विषय: दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई द्वारा हिंदी प्रसार के कार्यों की सराहना
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं जयलक्ष्मी, बी-36ए, त्यागराज नगर, चेन्नई की निवासी, आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र के माध्यम से दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई द्वारा हिंदी भाषा के प्रसार के लिए किए जा रहे अद्वितीय और महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना करना चाहती हूँ।
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा ने हिंदी भाषा के प्रचार और प्रसार में जो योगदान दिया है, वह अत्यंत सराहनीय है। हिंदी भाषा को दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में लोकप्रिय बनाने और अधिक से अधिक लोगों को हिंदी सिखाने के उनके प्रयास अत्यधिक प्रशंसनीय हैं। इस संस्था ने न केवल हिंदी भाषा के प्रति प्रेम और रुचि उत्पन्न की है, बल्कि हिंदी साहित्य, संस्कृति, और परंपराओं को भी बढ़ावा दिया है।
संस्था द्वारा आयोजित विभिन्न हिंदी पाठ्यक्रम, सेमिनार, कार्यशालाएँ और साहित्यिक कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों और आम जनों को हिंदी भाषा में दक्षता हासिल करने का अवसर मिल रहा है। इसके साथ ही, हिंदी दिवस और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से हिंदी भाषा की महत्ता और उपयोगिता को उजागर किया जाता है।
इन सभी कार्यों के लिए दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा की टीम के प्रति मैं अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करती हूँ और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देती हूँ। मुझे विश्वास है कि उनके ये प्रयास हिंदी भाषा को और भी ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।
कृपया इस पत्र को आपके अखबार में स्थान दें, ताकि अधिक से अधिक लोग दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के योगदान से अवगत हो सकें और हिंदी भाषा के प्रति उनके प्रयासों को सराह सकें।
धन्यवाद।
सादर,
जयलक्ष्मी
बी-36ए, त्यागराज नगर, चेन्नई