बनती नहीं क्या एक माला विविध सुमनों की कहो? पंक्ति का क्या आशय है? NIOS Class 10 Hindi Chapter 4
NIOS Class 10 Hindi Chapter 4 आह्वान
क्या सांप्रदायिक भेद से है ऐक्य मिट सकता अहो!
बनती नहीं क्या एक माला विविधाा सुमनों की कहो?
उपरोक्त पंक्तियाँ यह संकेत करती हैं कि विविधता में एकता संभव है। “बनती नहीं क्या एक माला विविधाा सुमनों की कहो?” का अर्थ है कि विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोग मिलकर एक सुंदर समाज बना सकते हैं, जैसे विभिन्न फूल मिलकर एक माला बनाते हैं।
Share
(ख) ‘बनती नहीं क्या एक माला विविध सुमनों की कहो?’ पंक्ति का आशय है, अनेकता होने पर भी एकता हो सकती है।