राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 6, भारत की ये बहादुर बेटियाँ
बचेंद्री को बचपन में रोज़ 5 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाना पड़ता था। बाद में पर्वतारोहण प्रशिक्षण के दौरान् उनका यह कठोर परिश्रम बहुत काम आया। आठवीं पास करने के बाद पिता ने उनकी पढ़ाई का ख़र्च उठाने से मना कर दिया। बचेंद्री ने इसका भी रास्ता तलाश किया। उन्होंने सिलाई का काम सीखा और सिलाई करके पढ़ाई का ख़र्च जुटाने लगीं। इस तरह उन्होंने संस्कृत से एम.ए. तथा बी.एड. की उपाधिा प्राप्त की।
ऊपर प्रश्न में दी गई घटनाओं का सही क्रम निम्नलिखित है:
(ख) बचेंद्री का जन्म सन् 1954 में चमोली जिले के एक अत्यंत साधारण परिवार में हुआ।
(क) अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए बचेंद्री ने सिलाई का काम सीखा और कपड़े सिले।
(घ) बड़े भाई द्वारा तिरस्कार से बचेंद्री का पर्वतारोहण का संकल्प और दृढ़ होता गया।
(ग) 23 मई, 1984 को दिन के 1 बजकर 7 मिनट पर बचेंद्री ने माउंट एवरेस्ट पर भारतीय तिरंगा लहरा दिया।
(ङ) संसार के सर्वोच्च शिखर पर पहुँचने वाली वह प्रथम भारतीय महिला बन गई।