राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 15, अंधेर नगरी
मंच के अनुकूल होना नाटक की सफलता के लिए आवश्यक है क्योंकि यह दर्शकों के अनुभव को सीधे प्रभावित करता है। सही मंच सजावट, प्रकाश व्यवस्था और ध्वनि प्रभाव नाटक के भावनात्मक प्रभाव को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, मंच का आकार और संरचना अभिनेताओं की गतिविधियों और संवादों को सहजता से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। जब मंच और प्रदर्शन एक-दूसरे के अनुकूल होते हैं, तो यह दर्शकों को कहानी में पूरी तरह से डूबने का अवसर प्रदान करता है।
(क) मंच के अनुकूल होना नाटक की सफलता के लिए आवश्यक है। (√)
(ख) ‘अंधेर नगरी’ के मंचन में अनावश्यक पात्रों का होना बड़ी बाधा है। (x)
(ग) भारतेन्दु ने ‘अंधेर नगरी’ में पर्याप्त रंग-निर्देश दिए हैं। (√)
(घ) ‘अंधेर नगरी’ के मंचन के लिए बहुत-से मंचीय साधनों की ज़रूरत है। (√)