NIOS Class 10 Hindi Chapter 3
फिर गिल्लू के जीवन का प्रथम बसंत आया। नीम-चमेली की गंध मेरे कमरे में हौले-हौले आने लगी। बाहर की गिलहरियाँ खिड़की की जाली के पास आकर चिक्-चिक् करके न जाने क्या कहने लगीं।
इस वाक्य में गिल्लू के जीवन में आई नयापन और स्वतंत्रता की स्थिति को व्यक्त किया गया है। “पहला बसंत” गिल्लू के जीवन में स्वास्थ्य और आनंद का एक नया चरण है, जिसमें वह ठीक होकर पहले की तरह सक्रिय हो गया। नीम-चमेली की गंध और बाहर की गिलहरियों की आवाज़ से यह प्रतीत होता है कि गिल्लू ने अपनी प्राकृतिक स्वतंत्रता को पुनः पाया और अब वह बाहर के वातावरण के साथ जुड़ने लगा है।
गिल्लू जब लेखिका को घायल अवस्था में मिला था तो वह नवजात था ठीक होने के बाद कुछ महीने बाद उसके जीवन में पहला बसंत आया। जैसे कि बसंत के मौसम में पेड़-पौधों पर नए फूल पत्ते आने लगते हैं। लेखिका के घर के बाहर लगे नीम-चमेली के पेड़ पौधों की गंध उसके कमरे में हौले-हौले आने लगी। क्योंकि गिल्लू खिड़की के पास छोटे से झूले पर रहता था। खिड़की के पास बाहर की गिलहरियाँ खिड़की की जाली के पास आकर चिक्-चिक् करके गिल्लू से बाते करने लगीं।