Ganpati
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निम्नलिखित अंश का सार-लेखन एक तिहाई शब्दों में कीजिएः जो राष्ट्र अपनी मानसिक संपत्ति की उचित रक्षा करता है तथा उसे उन्नत बनाने के लिए प्रयत्न करता है, केवल वही राष्ट्र मान, उत्साह तथा स्वतंत्रता के साथ इस संसार में जीवित रह सकता है। राष्ट्र के बालक-बालिकाएँ राष्ट्र की मानसिक और नैतिक संपत्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्ति से अधिक मूल्यवान और महत्त्वपूर्ण हैं। जो राष्ट्र इस धन की उचित रक्षा और उन्नति नहीं करता, वह उन्नति के पथ से हट कर अवनति के गड्ढे की ओर फिसलने लगता है।

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 11 सार लेखन

गद्यांश का सार यह है कि एक राष्ट्र की मानसिक संपत्ति, विशेषकर उसके बालक-बालिकाएँ, उसकी सबसे मूल्यवान धरोहर हैं। जो राष्ट्र अपनी मानसिक संपत्ति की रक्षा और उन्नति के लिए प्रयास करता है, वही मान, उत्साह और स्वतंत्रता के साथ जीवित रह सकता है। इसके विपरीत, यदि कोई राष्ट्र इस संपत्ति की अनदेखी करता है, तो वह अवनति की ओर अग्रसर होता है।

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  1. राष्ट्र की मानसिक संपत्ति, विशेषकर बालक-बालिकाओं, की उचित रक्षा और उन्नति करने वाला राष्ट्र ही सम्मान, उत्साह और स्वतंत्रता के साथ जीवित रह सकता है। यह संपत्ति प्राकृतिक संपत्ति से अधिक मूल्यवान है। जो राष्ट्र इस धन की उपेक्षा करता है, वह उन्नति की बजाय अवनति की ओर बढ़ता है।

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