राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10 हिंदी, अध्याय 3 गिल्लू
गिल्लू रेखाचित्र की भाषा की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
सरलता और सहजता: महादेवी वर्मा ने रेखाचित्र में सरल और सहज भाषा का प्रयोग किया है, जिससे पाठक आसानी से समझ सकें।
भावनात्मक गहराई: भाषा में गहरी भावनाएँ और संवेदनाएँ व्यक्त की गई हैं, जो पाठक को गिलहरी के प्रति सहानुभूति महसूस कराती हैं।
चित्रात्मकता: लेखिका ने दृश्यात्मकता का उपयोग करते हुए गिल्लू के व्यवहार और उसकी गतिविधियों का जीवंत चित्रण किया है।
प्रवाहपूर्ण शैली: रेखाचित्र की भाषा प्रवाहपूर्ण है, जो पाठ को रोचक बनाती है और पाठक को अंत तक बांधे रखती है।
इस रेखाचित्रा की भाषा-शैली की विशेषताओं पर विचार करते हैं। इस रेखाचित्र के विषय में यह महसूस किया होता है कि इसे पढ़ना शुरू करें तो पूरा पढ़ जाने की इच्छा होती है। वास्तव में इसका एक कारण यह है कि यह रेखाचित्र रोचक तो है ही, इसकी भाषा भी बहुत ही सरल, सरस और प्रवाहपूर्ण है। लेखिका ने इसमें आम बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया है अर्थात्, हमारे दैनिक जीवन में जिन शब्दों का प्रयोग होता है, उन्हीं शब्दों का प्रयोग लेखिका ने किया है। इसमें तत्सम शब्दों का प्रयोग भी है, इसके अतिरिक्त आम बोलचाल में आने वाले अंग्रेज़ी एवं अन्य भाषाओं के कुछ शब्द भी हैं। ये सभी शब्द इस रेखाचित्र में सहज रूप में आ गए हैं। इसीलिए भाषा में स्पष्टता बनी रहती है।