NIOS Class 10 Hindi Chapter 19
“शतरंज के खिलाड़ी” कहानी का उद्देश्य मानव मन की जटिलताओं और सामाजिक संबंधों की गहराई को उजागर करना है। यह कहानी न केवल शतरंज के खेल के माध्यम से मानसिक संघर्ष को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे व्यक्ति अपनी इच्छाओं और जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने में असफल हो जाता है। मिर्जा की स्थिति यह दर्शाती है कि आर्थिक सुरक्षा के बावजूद, मानसिक संतोष और सामाजिक जुड़ाव आवश्यक हैं। अंततः, यह कहानी हमें जीवन की वास्तविकता और संघर्षों की अहमियत का एहसास कराती है।
मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘शतरंज के खिलाड़ी’ का उद्देश्य केवल मनोरंजन प्रदान करना नहीं है, बल्कि यह कहानी समाज, राजनीति और मानवीय प्रवृत्तियों पर गहरी दृष्टि डालती है। कहानी का उद्देश्य विभिन्न स्तरों पर समझा जा सकता है:
1. सामाजिक जागरूकता
कहानी में मीर और मिरजा जैसे उच्चवर्गीय नवाबों के जीवन को चित्रित किया गया है, जो अपनी विलासिता और निरर्थक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। प्रेमचंद ने उनके माध्यम से उस समय के उच्च वर्ग की असंवेदनशीलता, आलस्य, और जिम्मेदारियों से विमुखता को उजागर किया है। यह सामाजिक आलोचना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसी प्रवृत्तियाँ समाज को कैसे प्रभावित करती हैं और इसके परिणाम क्या हो सकते हैं।
2. राजनीतिक चेतना
कहानी की पृष्ठभूमि में नवाब वाजिद अली शाह के समय का लखनऊ है, जब अंग्रेजी हुकूमत का विस्तार हो रहा था। मीर और मिरजा जैसे नवाब अपनी विलासिता में इतने लिप्त हैं कि उन्हें देश की राजनीतिक परिस्थितियों की गंभीरता का कोई एहसास नहीं है। यह कहानी राजनीतिक उदासीनता और असंवेदनशीलता पर एक तीखा व्यंग्य है, जो यह संदेश देती है कि राजनीतिक चेतना का अभाव एक समाज और देश के पतन का कारण बन सकता है।
3. मानवीय कमजोरियों की अभिव्यक्ति
मीर और मिरजा की शतरंज के प्रति दीवानगी उनकी मानवीय कमजोरियों को उजागर करती है। उनका आत्ममुग्धता, स्वार्थपरता, और वास्तविकता से पलायन उनके व्यक्तित्व की कमजोरियों को दिखाता है। प्रेमचंद ने इन पात्रों के माध्यम से यह संदेश दिया है कि जीवन में संतुलन और जिम्मेदारियों की आवश्यकता होती है, और इनसे विमुख होना व्यक्ति और समाज दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
4. व्यंग्य और कटाक्ष
कहानी में प्रेमचंद ने व्यंग्य और कटाक्ष का कुशल प्रयोग किया है। मीर और मिरजा की जीवनशैली और उनकी शतरंज की धुन पर प्रेमचंद का कटाक्ष न केवल पाठक को हंसाता है, बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर करता है। यह व्यंग्यपूर्ण दृष्टिकोण हमें उन सामाजिक और व्यक्तिगत विकृतियों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है जो हमारी समाज में विद्यमान हैं।
5. सामाजिक परिवर्तन की प्रेरणा
कहानी का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन की प्रेरणा देना भी है। प्रेमचंद ने इस कहानी के माध्यम से यह दिखाया है कि किस प्रकार समाज के उच्च वर्ग की असंवेदनशीलता और आलस्य समाज के समग्र विकास में बाधक हो सकता है। यह कहानी पाठकों को सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करने और सकारात्मक परिवर्तन के लिए प्रेरित करती है।
निष्कर्ष
‘शतरंज के खिलाड़ी’ एक साधारण कहानी होते हुए भी गहरे सामाजिक, राजनीतिक, और मानवीय संदेशों से परिपूर्ण है। इसका उद्देश्य समाज को जागरूक करना, राजनीतिक चेतना उत्पन्न करना, मानवीय कमजोरियों को उजागर करना, और सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रेरित करना है। प्रेमचंद की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में संतुलन और जिम्मेदारियों की अहमियत है, और इनसे विमुख होना समाज और देश दोनों के लिए घातक हो सकता है।