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आप ऐसे कौन से दो मानवीय मूल्य को अपनाना चाहेंगे जिससे आपका भविष्य निर्मित हो। वर्णन कीजिए। NIOS Class 10 Hindi Chapter 18

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 18 नाखून क्यों बढ़ते हैं?

मैं दो मानवीय मूल्यों को अपनाना चाहूंगा: ईमानदारी और सहानुभूति।

ईमानदारी से मेरा तात्पर्य है कि मैं अपने विचारों, कार्यों और संबंधों में सच्चाई को प्राथमिकता दूं। यह न केवल मेरे व्यक्तिगत विकास में मदद करेगा, बल्कि दूसरों के प्रति विश्वास भी स्थापित करेगा।

सहानुभूति का मूल्य मुझे दूसरों की भावनाओं और परिस्थितियों को समझने में सक्षम बनाएगा। इससे मैं बेहतर संबंध बना सकूंगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान कर सकूंगा। ये दोनों मूल्य मेरे भविष्य को नैतिक और सकारात्मक दिशा में विकसित करेंगे।

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  1. मैं अपने भविष्य को निर्मित करने के लिए जिन दो मानवीय मूल्यों को अपनाना चाहूंगा, वे हैं: ईमानदारी और करुणा। इन मूल्यों का पालन न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होता है।
    1. ईमानदारी
    ईमानदारी का मतलब सच्चाई, सत्यनिष्ठा, और विश्वसनीयता से है। इसे अपनाने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
    विश्वास: ईमानदारी से व्यक्ति के प्रति अन्य लोगों का विश्वास बढ़ता है। यह संबंधों को मजबूत और स्थायी बनाता है।
    आत्म-सम्मान: जब व्यक्ति सच्चाई के मार्ग पर चलता है, तो उसका आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ता है। उसे अपने निर्णयों और कर्मों पर गर्व महसूस होता है।
    पेशेवर सफलता: कार्यस्थल पर ईमानदारी से काम करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा और करियर में प्रगति होती है। नियोक्ता और सहयोगी ऐसे व्यक्तियों पर भरोसा करते हैं और उन्हें अधिक जिम्मेदारियां सौंपते हैं।
    2. करुणा
    करुणा का अर्थ है दूसरों के प्रति सहानुभूति और दया का भाव रखना। इसे अपनाने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
    समाज में सुधार: करुणा से प्रेरित व्यक्ति समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करता है। वह दूसरों की मदद करने, जरूरतमंदों की सहायता करने, और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा पाता है।
    आंतरिक शांति: दूसरों की सहायता करने और उनके दुख को कम करने का प्रयास करने से व्यक्ति को आंतरिक शांति और संतोष प्राप्त होता है। यह मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
    बेहतर संबंध: करुणा से प्रेरित व्यक्ति दूसरों के साथ सहानुभूति और समझदारी के साथ व्यवहार करता है, जिससे संबंधों में मधुरता और सामंजस्य बढ़ता है।
    इन दोनों मूल्यों को अपनाने से न केवल मेरा व्यक्तिगत विकास होगा, बल्कि यह समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगा। ईमानदारी और करुणा से जीवन में संतोष, शांति, और सफलता प्राप्त होती है, जो मेरे भविष्य को उज्ज्वल और सुखद बनाने में सहायक होंगे।

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