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निम्नलिखित अनुच्छेदों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (क) भारत जैसा सुंदर और महान देश दूसरा कौन-सा है, जिसके उत्तर में हिमालय जैसा विश्व प्रसिद्ध विशाल पर्वत है। इस पर्वत को हम देवताओं का स्वर्ग कहें, ऋषियों का तपोवन कहें, प्राकृतिक सुषमा का भंडार कहें, पवित्रा निर्मल जलाशयों का आगार कहें, हिम का मुकुट कहें, उत्तर का प्रहरी कहें या संसार का सौंदर्य कहें या जो कुछ भी कहें, वह पूर्ण रूप से सत्य होगा। इस पुण्यभूमि का भारत के इतिहास से गहरा संबंध है। भूगोल का यह मानदंड है। मंदिरों का यह क्षेत्रा है। तीर्थ यात्रिायों के लिए यह धर्म भूमि है और सैलानियों के लिए स्वर्ग। विशाल हिमालय पर्वत की श्रेणियाँ कश्मीर से असम तक फैली हुई हैं। इन श्रेणियों में अमरनाथ, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्तरी, यमुनोत्तरी आदि अनेक तीर्थ स्थान हैं, जिनके दर्शन के लिए देश के विभिन्न प्रदेशों के निवासी लालायित रहते हैं। इसी पर्वत श्रेणी में कश्मीर है, जो पृथ्वी का स्वर्ग कहलाता है। प्रश्न 1. हिमालय को प्राकृतिक सुषमा का भंडार क्यों माना गया है? 2. कश्मीर को पृथ्वी का स्वर्ग क्यों कहा गया है? 3. भारत की सुंदरता और महानता का श्रेय हिमालय को क्यों दिया गया है। 4. हिमालय भारत की सुंदरता और महानता का प्रतीक है, जिसे देवताओं का स्वर्ग, ऋषियों का तपोवन, और प्राकृतिक सुषमा का भंडार माना जाता है। यह पर्वत कश्मीर से असम तक फैला है, जिसमें अमरनाथ, बदरीनाथ, केदारनाथ जैसे पवित्र तीर्थ स्थल स्थित हैं। हिमालय भारत के इतिहास, भूगोल, धर्म, और पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। 5. इस अनुच्छेद का उचित शीर्षक लिखिए।

NIOS Class 10 Hindi Chapter 10 भारत का हिमालय पर्वत विश्व प्रसिद्ध है और इसे देवताओं का स्वर्ग, ऋषियों का तपोवन, और प्राकृतिक सौंदर्य का भंडार माना जाता है। यह पर्वत श्रंखला कश्मीर से असम तक फैली हुई है और इसमें ...

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 10 कविता “एक बूँद” में कवि अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ ने एक पानी की बूँद के माध्यम से जीवन के संघर्ष और उपलब्धियों की प्रेरणा दी है। यह बूँद बादलों से निकलकर सोचती है कि वह ...

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निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढि़ए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः जनसंख्या की वृद्धि भारत के लिए आज एक विकट समस्या बन गई है। यह समाज की सुख-संपन्नता के लिए एक भयंकर चुनौती है। महानगरों में कीड़े-मकोड़ों की भाँति अस्वास्थ्यकर घोंसलों में आदमी भरा पड़ा है- न धूप, न हवा, न पानी, न दवा, पीले-दुर्बल, निराश चेहरे। यह संकट अनायास नहीं आया है। संतान को ईश्वरीय विधान और वरदान माननेवाला भारतीय समाज ही इस रक्तबीजी संस्कृति के लिए जिम्मेदार है। चाहे खिलाने को रोटी और पहनाने को वस्त्रा न हों, शिक्षा को शुल्क और रहने को छप्पर न हो, लेकिन अधभूखे, अधनंगे बच्चों की कतार खड़ी करना हर भारतीय अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझता है। यही कारण है कि प्रतिवर्ष एक ऑस्ट्रेलिया यहाँ की जनसंख्या में जुड़ता चला जा रहा है। यदि इस जनवृद्धि पर नियंत्राण न हो सका तो हमारे सारे प्रयोजन और आयोजन व्यर्थ हो जाएँगे। धरती पर पैर रखने की जगह नहीं बचेगी। भारत की जनसंख्या इसी गति से बढ़कर सन् 2000 में एक अरब तक जा पहुँची। (क) जनसंख्या वृद्धि भारत के विकास के लिए चुनौती क्यों है? (ख) समाज की सुख संपन्नता जनसंख्या पर कैसे आश्रित है? (ग) भारतीय जनसंख्या की तुलना आस्ट्रेलिया से क्यों की गई? (घ) इस अनुच्छेद का सार एक तिहाई शब्दों में लिखिए। (ङ) इस अनुच्छेद का उचित शीर्षक लिखिए। (च) निम्नलिखित शब्दों के अर्थ शब्दकोश से देखकर लिखिए- विकट, चुनौती, अनायास, अधिकार, प्रयोजन (छ) निम्नलिखित शब्दों से उचित उपसर्ग और प्रत्यय अलग कीजिए- अस्वास्थ्यकर, भारतीय, प्रतिवर्ष, प्रयोजन

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 10, पढ़ें कैसे भारत में जनसंख्या वृद्धि एक गंभीर समस्या बन गई है, जो समाज की सुख-संपन्नता के लिए चुनौती है। महानगरों में लोग अस्वास्थ्यकर स्थितियों में जीने को मजबूर हैं। भारतीय ...

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निम्नलिखित कहानी को ध्यानपूर्वक पढि़ए और दिए गए कथनों के सामने सही (√) और गलत (x) का निशान लगाइए। दोपहर का खाना खाकर किसान ने अपने बर्तन धोए। वहाँ एक अजनबी घुड़सवार आया। वह उसके गाँव की ओर जा रहा था। उसने सोचा क्यों न ये बर्तन इस घुड़सवार के हाथों घर भेज दूँ। मुझे इन्हें ढोना नहीं पड़ेगा। उसने घुड़सवार से निवेदन किया, ‘‘आप मेरे गाँव से गुज़र रहे हैं। क्यों न आप ही ये बर्तन मेरे घर छोड़ दें।’’ घुड़सवार ने मना कर दिया। कहा-‘‘मेरे पास घर ढूँढ़ने का समय नहीं है।’’ और आगे बढ़ गया। आधे मील की दूरी पर पहुँचकर वह सोचने लगाμ‘गलती हो गई, मुझे तो मुफ्ऱत में ही बर्तन मिल रहे थे। न मैं उसे जानता हूँ न वह मुझे। बर्तन अपने घर तो ले ही जा सकता हूँ।’ यह सोच कर वह वापस आया और किसान से बोला, ‘‘क्या फ़र्क पड़ता है, आपके गाँव से गुज़र तो रहा ही हूँ। आप मुझे बर्तन दे दीजिए।’’ किसान ने मुसकुराते हुए कहा, ‘‘जो तुमने सोचा वही मैंने भी सोचा।’’ (क) एक किसान ने भोजन शाम को खाया था। (ख) घुड़सवार से उसकी अच्छी जान पहचान थी। (ग) किसान बर्तन अपने घर भिजवाना चाहता था। (घ) घुड़सवार ने पहले मना कर दिया, क्योंकि वह किसान के घर का पता नहीं जानता था। (ङ) आधे रास्ते पहुँचकर घुड़सवार ने सोचा कि सेवा करने में कोई हजऱ् नहीं है, पता ढूँढ़ा जा सकता है। (च) घुड़सवार कुछ सोचकर अपने घर चला गया। (छ) किसान ने बर्तन अंततः घुड़सवार को दे दिए। (ज) किसान ने सोचा ऐसे अनजाने व्यक्ति को बर्तन नहीं देने चाहिए।

NIOS Class 10 Hindi Chapter 10 पढ़ें कैसे यह कहानी एक किसान और अजनबी घुड़सवार के बीच हुई बातचीत को दर्शाती है। किसान ने घुड़सवार से अपने बर्तन गाँव ले जाने का अनुरोध किया, जिसे घुड़सवार ने मना कर दिया। बाद ...

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 10 किसी सामग्री को पढ़ते समय उसकी समझ विकसित करना आवश्यक है। पाठ को ध्यानपूर्वक पढ़ते हुए अक्षरों, शब्दों और वाक्यों को सही ढंग से समझें। सामग्री के मुख्य विचार, केंद्रीय भाव और लेखक के उद्देश्य ...