NIOS Class 10 Hindi Chapter 17 कविता “बीती विभावरी जाग री” में मुख्य रूप से प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन किया गया है। इसमें सुबह के आगमन के साथ प्रकृति की जीवंतता, जैसे तारे, पक्षियों का कलरव, और खिलते फूलों का ...
Discussion Forum Latest Questions
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 17, बीती विभावरी जाग री कविता “बीती विभावरी जाग री” की भाषा में सरलता और प्रवाह है, जो इसे आकर्षक बनाती है। इसमें प्रतीकों और उपमाओं का समृद्ध प्रयोग किया गया है, ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 17 बीती विभावरी जाग री कविता “बीती विभावरी जाग री” में जागरण का संदेश छिपा है। यह कविता एक सखी द्वारा अपनी सोई हुई मित्र को सुबह के आगमन पर जगाने के लिए लिखी गई है। ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 17 जयशंकर प्रसाद की कविता “बीती विभावरी जाग री” में भोर के चित्रण के माध्यम से एक सखी को जागने के लिए प्रेरित किया गया है। यह कविता न केवल एक जागरण गीत है, बल्कि इसमें ...
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 16, अपना-पराया श्लेष्मा एक फिसलाऊ जलीय स्राव है, जो श्लेष्म ग्रंथियों द्वारा निर्मित होता है। इसका मुख्य कार्य श्वसन, पाचन, और मूत्रजननांगी प्रणालियों की सुरक्षा करना है। यह उपकला कोशिकाओं को रोगजनक ...