राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 15, अंधेर नगरी सही मायने में व्यंग्यकार वही है जो समाज-हित को ध्यान में रखता है, क्योंकि उसका उद्देश्य केवल हंसी-मजाक करना नहीं, बल्कि समाज की समस्याओं और विसंगतियों को उजागर करना ...
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NIOS Class 10 Hindi Chapter 15 अंधेर नगरी गोबरधनदास को पकड़कर ले जाया गया क्योंकि किसी-न-किसी को फांसी लगानी ही थी। अंधेर नगरी में न्याय की प्रक्रिया इतनी अव्यवस्थित थी कि राजा ने यह तय किया कि बकरी की मौत के लिए ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 15 अंधेर नगरी नाटक में कुछ बातें सच नहीं हैं, जैसे कि राजा बहुत न्यायप्रिय है। वास्तव में, राजा एक अन्यायी और मूर्ख शासक है, जो अपनी मूर्खता और भ्रष्टाचार के कारण अपने राज्य को अराजकता ...
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 14, बूढ़ी पृथ्वी का दुख संज्ञा उस शब्द को कहते हैं जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, अवस्था या कार्य के नाम को प्रकट करता है। यह वाक्य में मुख्य विषय ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 14 बूढ़ी पृथ्वी का दुख “नदियों का मुँह ढाँपकर रोना” प्रकृति की पीड़ा और मानवीय संवेदनहीनता का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि नदियां, जो जीवन का स्रोत हैं, मनुष्य के अत्याचारों से आहत हैं। प्रदूषण, ...