राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 14, बूढ़ी पृथ्वी का दुख मनुष्य का प्रकृति-विरोधी व्यवहार, जैसे वनों की कटाई, प्रदूषण, और प्राकृतिक संसाधनों का अति-दोहन, अंततः मानव-विरोधी बन जाता है। यह व्यवहार पारिस्थितिकी तंत्र को असंतुलित करता है, ...
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NIOS Class 10 Hindi Chapter 14 बूढ़ी पृथ्वी का दुख ‘बूढ़ी पृथ्वी का दुख’ कविता में पृथ्वी को एक बुजुर्ग मां के रूप में चित्रित किया गया है, जो अपने बच्चों (मनुष्यों) की निष्ठुरता और स्वार्थपूर्ण व्यवहार से आहत है। पृथ्वी ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 14 पानी के प्रदूषण के प्रमुख कारणों में औद्योगिक कचरे का जल स्रोतों में निष्कासन, रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अति प्रयोग, घरेलू मलजल का अव्यवस्थित निपटान, और प्लास्टिक कचरे का बढ़ता उपयोग शामिल है। तेल ...
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 14, बूढ़ी पृथ्वी का दुख कवियों की भूमिका संवेदनशीलता का विस्तार करने में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। ‘बूढ़ी पृथ्वी का दुख’ कविता में कवयित्री ने पृथ्वी के दर्द और पर्यावरणीय संकट को ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 14 बूढ़ी पृथ्वी का दुख प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से अनेक हानियां होती हैं। इससे वनों की कटाई, मिट्टी का कटाव, जल संकट, और जैव विविधता में कमी होती है। खनिजों और ईंधनों के अति ...