NIOS Class 10 Hindi Chapter 8 प्रकृति का अनुराग भरा आँचल हिल रहा है! यह दृश्य कवि के मन को छू लेता है। उसे लगता है इस ग्रामीण अंचल में किसी नगर की अपेक्षा अधिक प्यार भरा वातावरण है। नगर तो ...
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राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 8, चंद्रगहना से लौटती बेर कवि कहता है-‘और सरसों की न पूछो !’ सरसों अब सयानी हो गई है। ‘सयानी होना’ के तीन अर्थ हैं- एक तो समझदार होना, दूसरा यौवन पा ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 8 चंद्रगहना से लौटती बेर चने के पौधो का आकार छोटा होता है। चने में गुलाबी रंग के फूल आ गए हैं। कवि को लगता है, यह छोटे-से कद का, बित्ते भर का चना अपने सिर ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 8 (क) कविता में अलसी के तीन विशेषण दिए हैं- वह हठीली है, वह देह की पतली है और उसकी कमर लचीली है। वह पतली होने के कारण हिलती तो रहती है लेकिन तन कर सीधाी ...
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 8, चंद्रगहना से लौटती बेर हिंदी भाषा में पंचम व्यंजन उस व्यंजन को कहते हैं जो प्रत्येक वर्ग के पाँचवें स्थान पर आता है। हिंदी के स्वरवर्गीय व्यंजन (क-वर्ग, च-वर्ग, ट-वर्ग, त-वर्ग, ...