राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 12, इसे जगाओ
कवि “इसे जगाओ” में सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच से बेखबर और सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह जागरूक हो जाए ताकि वह अपने जीवन की वास्तविकताओं का सामना कर सके और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सके। यदि वह समय पर नहीं जागेगा, तो उसे पता चलेगा कि अन्य लोग उससे आगे बढ़ चुके हैं, जिससे उसे घबराकर दौड़ना पड़ेगा। इस प्रकार, कवि समय की महत्ता और सजगता का संदेश देता है।
“इसे जगाओ” कविता में कवि सोए हुए को जगाने का अनुरोध इसलिए करता है क्योंकि वह व्यक्ति सच और वास्तविकता से बेखबर है, केवल सपनों में खोया हुआ है। कवि चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तविकता को समझे, समय की नज़ाकत को पहचाने और सही क्षण पर सजग होकर उचित निर्णय ले। यह जागरूकता उसे जीवन में सफल बना सकती है और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकती है। सजगता और तत्परता से ही सच्ची दक्षता प्राप्त होती है।