NIOS Class 10 Hindi Chapter Bahadur
कहानी कहने के तरीके को उसकी शैली कहते हैं, हमने देखा कि यह कहानी वाचक के जीवन का एक अनुभव है। घटनाएँ घट चुकी हैं। बहादुर वाचक के परिवार में आकर रहा और अब जा चुका है। जब कोई व्यक्ति अपने जीवन की घटनाओं का स्वयं उल्लेख कर रहा हो, तो वह आत्मकथा कहलाती है। इस कहानी में वाचक अपने जीवन की घटना सुना रहा है। वाचक याद करते हुए उसका किस्सा पाठकों को सुना रहा है, इसलिए इस कहानी में आत्मकथात्मक शैली मिलती है।
‘बहादुर’ कहानी की शैली मुख्यतः आत्म-कथात्मक है। अमरकान्त द्वारा लिखी गई यह कहानी वाचक के जीवन के अनुभवों को दर्शाती है, जिसमें घटनाएँ पहले ही घटित हो चुकी हैं। कहानी का नायक, बहादुर, एक गरीब बालक है जो एक मध्यमवर्गीय परिवार में काम करता है। इस कहानी में न केवल बहादुर के संघर्षों का चित्रण किया गया है, बल्कि यह भी दिखाया गया है कि कैसे समाज में वर्ग भेद और शोषण की समस्याएँ व्याप्त हैं।