NIOS Class 10 Hindi Chapter 14 बूढ़ी पृथ्वी का दुख
मानवीकरण अलंकार वह अलंकार है जिसमें निर्जीव वस्तुओं, प्राकृतिक तत्वों या अचेतन चीज़ों को मानव की तरह भावनाएँ या क्रियाएँ दी जाती हैं। जब किसी वस्तु या प्रकृति के अंगों (जैसे पेड़, नदियाँ, बादल) को मनुष्य के समान व्यवहार करते हुए दर्शाया जाता है, तब वह मानवीकरण कहलाता है। उदाहरण के लिए, “पेड़ झुककर बातें करने लगे” या “बादल मुस्कुराए” में मानवीकरण का प्रयोग हुआ है। यह अलंकार कविता और साहित्य में गहराई और संवेदनशीलता प्रदान करता है।
Share
(घ) मानवीकरण नहीं है- पेड़ की हिलती टहनिया।