राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 19, शतरंज के खिलाड़ी लेखक के अनुसार, नवाब वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने पर लखनऊवासियों का व्यवहार उदासीनता और अवसाद से भरा था। लोग अपने नवाब की दुर्दशा को लेकर ...
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NIOS Class 10 Hindi Chapter 19 शतरंज के खिलाड़ी “ले जाकर खाना सिर पर पटक दो, खाएँ या कुत्तों को खिलाएँ” इस संवाद से बेगम साहिबा की असंवेदनशीलता और अहंकार का पता चलता है। यह दर्शाता है कि वे अपने दरबारी ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 19 “घास तो आपके अब्बाजान छीलते होंगे। यहाँ तो पीढ़ियों से शतरंज खेलते चले आ रहे हैं।” यह कथन मीर साहब की शेखी और आत्ममुग्धता को दर्शाता है। वे यह बताना चाहते हैं कि उनका परिवार ...
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, कक्षा 10, हिंदी, अध्याय 19, शतरंज के खिलाड़ी मिर्ज़ा और मीर को वाजिद अली शाह के बंदी बनाए जाने का कोई मलाल नहीं था क्योंकि वे अपने खेल में इतने खोए हुए थे कि उन्हें अपने ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 19 शतरंज के खिलाड़ी मिर्ज़ा साहब में मीर साहब के प्रति प्रतिकार की भावना इसलिए बढ़ रही थी क्योंकि वह अपने खेल में इतने मग्न थे कि अपनी पत्नी की बीमारी और उसके दर्द को नजरअंदाज ...
NIOS Class 10 Hindi Chapter 19 ‘शतरंज के खिलाड़ी’ कहानी में मुंशी प्रेमचंद ने अवध के नवाब वाजिद अली शाह के समय की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को दर्शाया है। कहानी के मुख्य पात्र, मिर्जा सज्जाद अली और मीर रोशन अली, ...